बीपीएससी से नियुक्त शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ाएंगे, बच्चों के शिक्षा में होगा सुधार
Patna! जिले के ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों से शिक्षा ग्रहण करेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के शिक्षा में सुधार को लेकर यह निर्णय लिया गया है। कुल 3365 शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में टैग किया गया है। बीपीएससी द्वारा नियुक्त शिक्षकों को पटना जिले में स्कूलों से टैगिंग की प्रक्रिया पूरी हो गई है।
पटना शहरी क्षेत्र को छोड़कर शिक्षकों को ग्रामीण इलाके के स्कूलों में टैग किया गया है। जिले के दानापुर प्रखंड में सबसे अधिक 900 शिक्षकों को विभिन्न स्कूलों में टैग किया गया है। इसके बाद पुनपुन प्रखंड में 370, बिहटा में 253, मसौढ़ी में 244 और मनेर में 143 शिक्षकों को विभिन्न स्कूलों से टैग किया गया है। सभी शिक्षकों के लिए 21 नवंबर तक पदस्थापन अनिवार्य है। इसके अलावा 1200 नियोजित शिक्षकों को पुराने स्कूल में ही अध्यापन कार्य के लिए निर्देशित किया गया है। ये शिक्षक छुट्टियों के दौरान बीआरसी में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ओरिएंटेशन प्रोग्राम में शामिल होंगे।
स्कूलों में सीख रहे पढ़ाने का तरीका
नवनियुक्त शिक्षकों को स्कूलों की रूटीन और पढ़ाने का तरीका सिखाने के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों के स्कूलों में टैग किया गया है। नवनियुक्त शिक्षक टैग किए गए स्कूलों में टीचिंग लर्निंग मेटेरियल के इस्तेमाल से छोटे बच्चों में पढ़ाई के लिए रुचि बढ़ाने के गुर सीख रहे हैं। इसके साथ ही हाई स्कूल के शिक्षक रेगुलर रूटीन को फॉलो करते हुए प्रैक्टिकल आधारित विषय को बेहतर ढंग से बच्चों को पढ़ाने का तरीका सीख रहे हैं। इसके साथ ही कार्यालय गतिविधियों के बारे में शिक्षकों को जानकारी दी जा रही है।
पटना जिला के सभी ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में नियुक्त बीपीएससी शिक्षकों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दिलवाई जा रही है। फिलहाल पूर्व से नियुक्त शिक्षकों के द्वारा पढ़ाया जा रहे तरीकों को नए शिक्षक ग्रहण कर रहे हैं और नए शिक्षकों के द्वारा पढ़ाया जा रहे हैं तरीकों को पुराने शिक्षक देख रहे हैं। इन शिक्षकों की पोस्टिंग भी ग्रामीण स्कूलों में ही किया जाएगा।
– अमित कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना