बिहार के वीरेंद्र ने की मां से किया बात,कहा-सकुशल सुरंग से निकलेंगे, Uttarkashi Tunnel मे है फंसा
बिहार।पटना ।बांका। Uttarkashi Tunnel Collapse ।उत्तरकाशी सुरंग में 16 दिनों से फंसे वीरेंद्र किस्कू ने अपनी मां से पहली बार फोन पर बात की तो मां की आंखें छलक पड़ी। मगर सुरंग में फंसे अपने बेटे के हौसले ना टूटे इसके लिए उन्होंने अपने आंखों से बह रहे आंसुओं का अपने बेटे को एहसास तक नहीं होने दिया।
सुरंग में फंसे वीरेंद्र बार-बार अपने मां को एहसास दिला रहा था कि वह सुरंग के अंदर सुरक्षित है। थोड़ा हताश है, निराश है, मगर उम्मीद है वह सकुशल जल्द ही सुरंग से बाहर निकलेगा और अपने परिवार से मिलगा।इधर मां सुषमा हेंब्रम बार-बार अपने बेटे को यह एहसास दिला रही थी कि सरकार के निर्देश पर तमाम बड़े विज्ञानी इंजीनियर सुरंग में फंसे सभी मजदूरों को निकालने के लिए हर जतन कर रहे हैं।
औगर मशीन कटर फसने के बाद टूटा स्वजन का सब्र
सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए लगाए गए औगर मशीन का कटर शुक्रवार को लक्ष्य भेदने के कुछ कदम पहले ही बुरी तरह फस गया। इसके पहले भी सुरंग के अंदर 900 एमएम मोटा पाइप डालने में हर कदम राहत एवं बचाव दल को चुनौती का सामना करना पड़ा था।
कई बार औगर मशीन कटर में सुरंग में लगाए गए सरिया फस गया। उसके बाद मटर के सामने आई लोहे के गाडर ने अभियान पर लंबा विराम लगा दिया। इसके बाद अंतिम क्षण में मशीन का कटर ही बुरी तरह फंस गया, जिसे काट-काट कर बाहर निकाला जा रहा है। इसके बाद अन्य विकल्पों पर भी रविवार दोपहर पहाड़ी के ऊपर से लगभग बोरिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है।
कटर को काट-काट कर निकाला जा रहा
सुरंग में फंसे वीरेंद्र से मुलाकात करने पहुंचे वीरेंद्र के भाई रविंद्र ने बताया कि सुरंग के अंदर डाले गए पाइप के अंदर फंसे कटर को काट-काट कर निकाला जा रहा है। राहत एवं बचाव दल ने बताया कि बाकी बचे मलबे को मैन्युअली मशीन का प्रयोग कर हटाया जाएगा।
पिछले चार दिनों से वीरेंद्र की एक झलक पाने के लिए वीरेंद्र का भाई रविंदर उनकी पत्नी रजनी एवं उनकी भाभी सुरंग के बाहर डेरा डाले हुए हैं। ज्ञात हो निर्माणाधीन सुरंग हादसे में यूपी, बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों के 41 मजदूर 16 दिनों से अंदर फंसे हुए हैं”