बिहार का मौसम; 27 नवंबर तक शुष्क बना रहेगा मौसम:2 से 3 डिग्री तक गिरेगा पारा,जाने अपने जिले का हाल
patna:बिहार में 27 नवंबर तक मौसम शुष्क बना रहेगा। इस दौरान आसमान पूरी तरीके से साफ रहेगा। हालांकि, सुबह और शाम के समय हल्के कोहरे का असर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार पछुआ और उत्तर पछुआ हवा का प्रभाव सात से 6 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है। इसकी वजह से राज्य के अधिकांश हिस्सों में सुबह के समय हल्के स्तर का कोहरा छाए रहने का आसार है।
साथ ही अगले 5 दिन के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट देखी जा सकती है। वहीं, इस दौरान अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। जब तक न्यूनतम तापमान दो अंको में रहता है। तब तक ठंड नहीं माना जाता। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार जब तक न्यूनतम तापमान दो अंको में रहता है तब तक ठंड नहीं माना जाता है। इस बार दिसंबर के बीच शीतकालीन संक्रांति से ही पूरी तरह ठंड पड़ने की संभावना है।
बांका में दर्ज किया गया सबसे कम न्यूनतम तापमान
प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान बांका जिला सबसे ठंडा रहा जहां का न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वही उसके बाद जमुई का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री, कटिहार का 18.8 डिग्री, नवादा का 15.5, गया का 15.2, औरंगाबाद का 16.2, कैमूर का 16.7, बक्सर का 1603, आरा का 18.1 और पटना का 17.4 डिग्री, वैशाली का 17.3, छपरा का 19.2, सिवान का 16, गोपालगंज का 15.5, मोतिहारी का 15.5,सुपौल का 18.4, डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
शहर में हर दिन बढ़ रहा प्रदूषण, पटना का एक्यूआई 290 रहा
शहर में एक बार फिर से वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ने लगा है। छठ पूजा के एक दिन पहले तक शहर की हवा प्रदूषण मुक्त हो गई थी। लेकिन, छठ पूजा के बाद हवा में धूल- कण और कार्बन संबंधित गैसों की मात्रा में वृद्धि हुई है। वायु प्रदूषण विशेषज्ञों की मानें तो छठ पूजा के बाद सड़कों पर हैवी ट्रैफिक, छठ पूजा के दिन घाटों पर आतिशबाजी और सुबह- शाम हल्की धुंध होने के कारण पटना में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है।
एक्यूआई लेवल 301 से 368 तक रिकॉर्ड किया गया
मंगलवार को पटना का एक्यूआई लेवल 290 जबकि सोमवार को 257 रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। गांधी मैदान, राजाबाजार और दानापुर इलाकों में चलने वाली हवा लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत खराब था। इन इलाकों में एक्यूआई लेवल 301 से 368 तक रिकॉर्ड किया गया।
वहीं आरा, भागलपुर, सहित राज्य के छह जिलों में एक्यूआई लेवल 301-400 के बीच रहा। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक के अनुसार एक्यूआई लेवल 301 से 400 के बीच है तो वहां की हवा लोगों के लिए स्वास्थ्य के लिए बहुत खराब है।