Samastipur;आंगनबाड़ी कर्मियों ने जिला मुख्यालय पर जमकर किया प्रदर्शन,जाम होने से अस्त व्यस्त हुआ शहर
समस्तीपुर में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर जमकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान सेविका व सहायिकाओं ने आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले शहर में आक्रोश मार्च भी निकाला. जिससे जिला मुख्यालय के सभी सड़कों पर जाम की स्थिति बन गयी. राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. सड़क जाम होने के कारण जिला मुख्यालय की यातायात व्यवस्था अस्त व्यस्त हो गयी थी. जिससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. बाद में पुलिस की हस्तक्षेप के बाद जाम समाप्त कराया गया.
आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की मुख्य मांगें :
– सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते ग्रेड सी व ग्रेड डी में समायोजित किया जाय.
– जब तक दर्जा नहीं, तब तक सेविका को 25 और सहायिका को 18 हजार रुपए हो मानदेय.
– बिहार सरकार द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि 10 हजार रुपए दिया जाय.
– सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में बिहार में गेच्यूटी भुगतान किया जाना चाहिए.
– सेविका से प्रवेक्षिका और सहायिका के रिक्त सभी पदों पर अविलंब बहाली की जाए.
-16 मई 2017 और 20 जुलाई 2022 के समझौते के आलोक में लंबित मांगों को लागू किया जाय.
शनिवार को आंदोलन का नेतृत्व बिहार आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति रंजना गुट की जिलाध्यक्ष किरण कुमारी कर रही थीं. मौके पर कंचन कुमारी, उषा कुमारी, सुशीला कुमारी, सुनीता राय, अनिता कुमारी, बवीता कुमारी, अमृता कुमारी, शीला कुमारी, सुजाता राय आदि मौजूद थीं. जिले में आँगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं का अनिश्चितकालीन हड़ताल सितंबर माह के अंतिम सप्ताह से जारी है. बिहार सरकार के अनदेखी के कारण ही यह लम्बी खींची जा रही है.
जिलाध्यक्ष किरण कुमारी ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका से सरकार सभी प्रकार का काम कराती है. टीकाकरण, प्लस पोलियो, बिटामिन-ए, फाइलेरिया, परिवार नियोजन अन्य सभी प्रकार के अभियान में उनकी ड्यूटी ली जाती है, लेकिन उन्हें मात्र पांच हजार का पगाड़ दिया जाता है. जिससे आंगनबाड़ी सेविका की माली हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है. पैसे के अभाव में समुचित इलाज नहीं करवाने से कुछ सेविकाओं की मौत तक हो चुकी है. लेकिन अब तक सरकार की ओर किसी प्रतिनिधि ने उन लोगों से बात तक नहीं की है. जिलाध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि आज समस्तीपुर में सड़क जाम किया गया है. अब 6 नवंबर को पटना में विधानसभा का घेराव किया जायेगा.