अमित शाह बोले,जातीय सर्वे OBC, EBC के लिए छलावा, मुस्लिम-यादव की आबादी बढ़ा दी गई
Patna .मुजफ्फरपुर.केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक साल में 7वीं बार बिहार आए। गृहमंत्री बनने के बाद वे पहली बार मुजफ्फरपुर पहुंचे, जहां नीतीश कुमार और लालू यादव पर जमकर निशाना साधा।
पताही एयरपोर्ट मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2025 में पलटूराम से बिहार को मुक्त कराना है। बिहार में बीजेपी की सरकार बनानी है। साथ ही 2024 में बिहार की सभी 40 सीटों पर बीजेपी को जिताने की बात कही।
जातीय सर्व पर अमित शाह ने नीतीश सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी की कोशिशों से बिहार में जातीय गणना हुई। ओबीसी, ईबीसी के लिए जातीय सर्वे एक छलावा है। इसमें पिछड़ा, अति पिछड़ा की आबादी घटी है। जबकि मुस्लिम और यादव की आबादी बढ़ा दी गई है। लालू जी कहते हैं कि जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी भागीदारी। तो मैं लालू यादव से पूछता हूं कि क्या बिहार में अगला मुख्यमंत्री ईबीसी से होगा।
जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने लोगों से पूछा कि क्या आपने जंगलराज लालू यादव को वोट दिया था। ये पलटूराम बिहार के जनादेश का अपमान कर रहे हैं। बिहार को जंगलराज बनाने का नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे है।
जी 20 में मोदी जी का दुनिया ने सम्मान दिया। मोदी जी ने देश का गौरव बढ़ाने का काम किया। मैं यहां पलटू बाबू को कहने आया हूं, मुझे बताओ कश्मीर हमारा है या नही है। राजद और जेडीयू धारा 370 हटाने के पक्ष में नहीं थे। दोनों ने कहा था खून की नदियां बहेंगी। लेकिन भाजपा नहीं डरी। कश्मीर से धारा 370 हटाया। माता और बहनों को आरक्षण देकर मातृ शक्ति को मोदी सरकार ने सम्मान किया है। लालू की खिलाफत करने वाले शर्म करो, आज उसके अलायंस में है।
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पूरा बिहार गैंगस्टर का अड्डा बना हुआ है
अमित शाह ने कहा- कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ा समाज का बहिष्कार किया। जबकि पीएम मोदी ने सम्मान किया। मोदी मंत्रिमंडल में 27 मंत्री ओबीसी से हैं। इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय और नवोदय में 27% आरक्षण देने का काम मोदी सरकार ने किया। मुजफ्फरपुर में 2 सौ करोड़ का कैंसर अस्पताल बनाया। लीची को GI टैग दिलवाया। डाक पर स्टिकर लगवाने का काम किया मोदी सरकार ने किया।
आज देश के 60 करोड़ गरीबों को आगे आने का रास्ता मोदी सरकार ने दिया है। लालू जी इंडिया अलाइंस का मुख्यमंत्री कौन होगा इसकी घोषणा करें। क्या वो अतिपिछड़ा को मौका देंगे ? इनलोगों ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की है। पूरा बिहार गैंगस्टर का अड्डा बना हुआ है।
मंच पर अमित शाह के साथ-साथ विजय सिन्हा, नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे, राधा मोहन सिंह, अजय निषाद, तारकिशोर प्रसाद, शाहनवाज हुसैन, सम्राट चौधरी, गिरिराज सिंह, मंगल पांडेय नजर आएं।
इससे पहले सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को 5 बार सीएम बनाया गया, लेकिन वो पलटी मारते रहे। बिहार में आज गुंडाराज है। शराब की होम डिलीवरी की जा रही है।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने अपने संबोधन में कहा कि देश में कांग्रेस ने गरीबी मिटाने का काम नहीं किया है। बिहार में केंद्र के पैसे से गरीबी मिट रही है। पीएम उज्जवला गैस कनेक्शन से करोड़ों घरों में पहुंचा गैस सिलेंडर पहुंचा है। बिहार की गूंगी सरकार के कारण बिहार में आयुष्मान योजन की स्थिति खराब है। पीएम आवास योजना के तहत 40 लाख से अधिक लाभुक स्वीकृत हैं। गरीबों को घर मिले इसके लिए भाजपा सरकार प्रयासरत है।
10 सीटों की लिस्ट तैयार
BJP की तरफ से बिहार की 10 सीटों की लिस्ट तैयार की गई है। इसमें उत्तर बिहार के तीन महत्वपूर्ण जिले वैशाली, वाल्मीकि नगर और मधुबनी जैसे तीन महत्वपूर्ण जिले शामिल हैं। पार्टी इन सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। देशभर के कमजोर लोकसभा सीटों की कमान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह ने अपने हाथों में ले रखा है।
उत्तर बिहार के इन तीन जिलों में दो जिलों वाल्मीकि नगर और मधुबनी के झंझारपुर में अमित शाह पहले ही रैली कर चुके हैं। मुजफ्फरपुर की उनकी रैली को वैशाली के दृष्टिकोण से ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पॉलिटिकल एक्सपर्ट की माने तो मुजफ्फरपुर की रैली से अमित शाह उत्तर बिहार में पड़ने वाले मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिले को साधेंगे।
वैशाली को कभी RJD का गढ़ माना जाता था। 1996 से 2009 तक यहां RJD जीतती रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बदौलत यहां RJD का एकछत्र राज रहा। BJP यहां से लोकसभा का एक भी चुनाव नहीं जीती है। अमित शाह से मुजफ्फरपुर से वैशाली लोकसभा क्षेत्र को साधने आ रहे हैं।
राजपूत और भूमिहार बाहुल इलाका होने के बाद भी 2014 से BJP इसे अपने सहयोगी पार्टियों के लिए छोड़ते रही है। पिछले 2 चुनाव से LJP इस सीट से जीत रही है। 2014 में पार्टी के राम किशोर सिंह तो 2019 में वीणा देवी यहां से चुनाव जीती थीं। इस बार वैशाली से BJP अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है।
एक तीर से दो निशाने
अमित शाह की रैली स्थल के चयन को भी बेहद खास माना जा रहा है। शाह की रैली मुजफ्फरपुर के पताही एयरपोर्ट पर होने वाली है। मजुफ्फरपुर में अमूमन पॉलिटिकल रैली सिकंदरपुर या खुदीराम स्टेडियम में होता है, जबकि छोटी रैलियां जिला स्कूल या वीवी कॉलेज के मेन ग्राउंड में होती है।
रैली में मोदी समर्थक अशोक सहनी भी पहुंचे हैं, जो पीएम को अपना भगवान बताते हैं।
पताही एयरपोर्ट पर इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली हुई थी। अब अमित शाह की रैली हो रही है। इस जगह को सियासी दृष्टिकोण से काफी अहम माना जा रहा है। रैली का शहर भले मुजफ्फरपुर हो, लेकिन ये इलाका वैशाली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। ऐसे में निगाहें भले मुजफ्फरपुर में है, लेकिन अमित शाह का निशाना वैशाली को साधना है।