Tuesday, November 26, 2024
Patna

मोबाइल व कंप्यूटर के लगातार इस्तेमाल से बचे युवा:एसीएमओ

पटना।बक्सर, 13 अक्टूबर | विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर जिले के स्कूलों और विभन्न संस्थानों में शिविर का आयोजन किया गया। इस क्रम में सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा के निर्देश पर जासो पंचायत अंतर्गत कस्तुरबा स्कूल व उत्क्रमित मध्य विद्यालय और जीएनएम ट्रेनिंग स्कूल में रैली निकली गई। साथ ही, स्कूली छात्र-छात्राओं की आंखों की जांच करते हुए उन्हें आखों को स्वस्थ रखने को लेकर जानकारी दी गई। इस दौरान उन्हें आंखों से संबंधित मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, मधुमेह रेटिनोपैथी, ट्रेकोमा जैसी अन्य नेत्र बीमारियों व लैपटॉप, फोन कंप्यूटर के अत्यधिक प्रयोग से आंखों की होने वाली क्षति से बचाव से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी दी। बताया गया कि इस वर्ष विश्व दृष्टि दिवस 2023 की थीम ‘कार्यस्थल पर अपनी आंखों को प्यार करें’ के तहत धुंधली दृष्टि, अंधापन और दृष्टि से संबंधित समस्याओं के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। साथ ही, उन्हें अपने भोजन में हरी सब्जियों और फलों का सेवन अवश्य करने को लेकर जागरूक किया जाएगा।

 

 

 

 

आज मोबाइल व लैपटॉप हमारे लिए अनिवार्य :

शिविर में अपर मुख्य चिकित्सक पदाधिकारी डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया, आज के दौर में हमारे जीवन में कम्प्यूटर, लैपटाप एवं मोबाइल की उपयोगिता अनिवार्य हो गई है। ऐसे में आंखों पर असर होना लाजमी है। हालांकि, इसके लगातार प्रयोग हमारी आंखों के लिए नुकसान दायक है। इसके कारण आंखों या सर में भारीपन, धुंधला दिखाई पड़ने पर, आंखें लाल व खुजली होने पर लगातार सर दर्द की शिकायत होने पर आंखों में अक्सर थकावट महसूस होने लगाता है। जिसे नजरअंदाज न करते हुए नेत्र विशेषज्ञ से सलाह लें। उन्होंने कहा की आंख एक बहुत ही संवेदनशील अंग है इसीलिए बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा आंख में न डालें।

 

 

 

 

दृष्टि की सुरक्षा के महत्व को जन-जन तक पहुंचाएं :

डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि इस दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य है कि लोगों को आंखों से संबंधित समस्याओं से बचने के लिए सही जानकारी दी जाए और दृष्टि की सुरक्षा के महत्व को जन-जन तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि आंखों का स्वस्थ होना जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है आंखों का होना जीवन की गुणवत्ता, रोजगार शिक्षा और कई अन्य विकास लक्ष्य को प्रभावित करता है।

 

 

उन्होंने बताया कि आंखों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन ए से भरपूर सब्जियों और फल, मेवा का प्रयोग करें व संतुलित आहार लें। धूम्रपान और अनियमित जीवन शैली (देर रात सोना और खाना खाना) अपनाने से बचें। इस क्रम में स्कूली बच्चों ने रैली निकालकर लोगों को ‘कार्यस्थल पर अपनी आंखों से प्यार करें’ का संकल्प को लेकर जागरूकता और निरंतर आंखों की जांच कराने का संदेश दिया।

मौके पर सहायक सैंसंग विश्वास व संतोष कुमार, हेड कर्ल्क मनीष श्रीवास्तव, जीएनएम कॉलेज की प्रिंसिपल जागृति सिंह व अन्य कर्मी मौजूद रहे।

Kunal Gupta
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