“परदेश में जान गवां रहे विभूतिपुर के मजदूर, शव पहुंचते ही मचा कोहराम; एक माह में छठी मौत
समस्तीपुर में परदेशों में विभूतिपुर के मजदूर हादसों के शिकार हो रहे हैं। लोग मुंबई में लिफ़्ट गिरने से चार मजूदरों के मौत का सदमा भूल भी नहीं पाये थे कि करनाल व गुजरात के सूरत में एक-एक मजदूरों के पुन: हादसे के शिकार होने की सूचना आयी। दोनों मृतकों का शव मंगलवार शाम विभूतिपुर पहुंचते ही पारिवारिक सदस्यों के बीच कोहराम मच गया। एक माह के दौरान परदेशों में विभूतिपुर के छह मजदूरों की मौत हो चुकी है।
शव आते ही पतैलिया में रोते बिलखते परिजन
बताया गया है कि केराई वार्ड 12 निवासी यशवंत महतो के 24 वर्षीय पुत्र राजन कुमार की मौत गुजरात के सूरत में करंट लगने से मौत हो गई थी। राजन सूरत के एक ट्रांसपोर्ट में ट्रक चालक के रूप में काम करता था। बताया गया कि सूरत में ट्रक साइड करने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई थी। राजन का शव आते ही परिवार के लोगों के बीच कोहराम मच गया।
ट्रक ड्राइवर राजन कुमार अंतिम संस्कार मंगलवार को देर शाम बेगूसराय से गुजरने वाली गंगातट के अयोध्या घाट पर कर दिया गया। वहीं, पतैलिया के मजदूर सुमन कुमार का अंतिम संस्कार पतैलिया में बूढी गंडक नदी के घाट पर किया गया।
केराई में शव आते ही रोते बिलखते परिजन
पतैलिया वार्ड 2 निवासी बउए लाल महतो के 23 वर्षीय पुत्र सुमन कुमार का करनाल में दो दिन पूर्व मौत हो गई थी। सुमन बन्हैती के ठेकेदार के साथ बीते रविवार को करनाल के इंद्री मंडी में मजदूरी करने गया था। जो पोलेदार का काम करता था। घर से निकलने के सातवें दिन ही उसकी मौत हो गई। उसकी शादी होने वाली थी। इस दुखद घटना से माता तेतरी देवी, पिता, भाई समेत अन्य परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो रहा था। इस घटना पर प्रखंड प्रमुख रूपांजलि कुमारी, भाजपा नेता अरविंद कुमार कुशवाहा, स्थानीय मुखिया राजकुमार, केराई मुखिया चन्द्रमणी प्रसाद सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है।
मुंबई में लिफ्ट गिरने से चार मजदूरों की हुई थी मौत
मुंबई में 11 सितंबर को एक निर्माणाधीन इमारत में 40वीं मंजिल से कंस्ट्रक्शन लिफ्ट गिर गई। हादसे में लिफ्ट में सवार 7 मजदूरों की मौत हो गई। इसमें 4 मजदूर समस्तीपुर के रहने वाले थे।
इस हादसे में जान गंवाने वाले चार मजदूर विभूतिपुर थाना क्षेत्र के किशनपुर टभका गांव के एक ही मोहल्ले के रहने वाले थे. मृतकों की पहचान योगेंद्र दास का 40 साल का बेटा कारी दास, होरील दास का 22 साल का बेटा रूपेश कुमार, धनपत दास का 40 साल का बेटा मंजेश कुमार और उमेश दास का 25 साल के बेटा सुनील दास के रूप में हुई थी।