Success Story:रागिनी मिश्रा ने BPSC में 91वां रैंक हासिल कर बनी सहायक कर आयुक्त
Success Story:bpsc.patna news:बिहार लोक सेवा आयोग ने 67 वी परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया | भोजपुर की रागिनी मिश्रा ने इसमें 91 वां rank हासिल किया है| आरा के ज़ीरो माईल निवासी श्री दिलीप कुमार मिश्रा (अधिकारी,बैंक ऑफ इंडिया) एवम् श्रीमती कांति मिश्रा की सुपुत्री ने अपने परिवार और जिले का नाम रोशन किया है| रागिनी का मुख्य परीक्षा का तीसरा और इंटरव्यू का पहला प्रयास था|
ग्रेजुेएशन की परीक्षा के बाद लगातार करती रही प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी-
सरस्वती शिशु मन्दिर, बक्सर से दसवी तथा महर्षि विश्वामित्र कॉलेज, बक्सर से स्नातक करने के बाद रागिनी लगातार प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करती रही| असफलताओ से कभी निराश न होकर हिम्मत से आगे बढ़ती रही| इस लम्बे संघर्ष काल मे उनकी सबसे बड़ी ताकत उनकी माताजी बनी| माताजी ने इनकी ढाल बनकर सदा हर संकट और चिंता से सदैव इनकी रक्षा की|
रागिनी के परिवार मे माता और पिताजी के अलावा एक छोटा भाई प्रतिक्षित, बड़ी बहन श्रीमती अंजलि मिश्रा, जीजाजी श्री मुकेश पांडे और बहन के दो प्यारे छोटे बच्चे है| ये सभी रागिनी की यात्रा मे उनके साथ मजबूती से खड़े रहे| इनके संयुक्त परिवार में चार चाचा – चाची और भाई बहनों का बड़ा परिवार है|
जिला आपूर्ति शाखा, भोजपुर मे कार्य करते हुए पढाई करती रही-
पिछले वर्ष जिला समहारणालय, भोजपुर मे नौकरी लगने के बाद भी रागिनी ने पढाई को लगातार जारी रखा| इसमें उनको जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री प्रमोद कुमार का विशेष मार्गदर्शन तथा सहयोग प्राप्त हुआ| जिला आपूर्ति शाखा के कार्यालय प्रधान श्री अजीत कुमार सिंह एवम् पूरी जिला आपूर्ति शाखा ने इनको हमेशा आगे बढ़ने को प्रेरित किया|
पिता को देख कर अधिकारी बनने को हुई प्रेरित-
रागिनी के पिता भी बैंक ऑफ इंडिया मे वरीय अंकेक्षण अधिकारी है, और उनके प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं|
गुरु, मेंटोर और पथप्रदर्शक के तौर पर श्री विभूति कुमार का रहा सहयोग-
इनके गुरु श्री विभूति कुमार ने लगातार इनको हर कठिनाई के समय रास्ता दिखाया और सफलता तक पहुँचा कर ही दम लिया|
रागिनी ने बताया की कोई असफलता आपको तोड़ नही सकती अगर आपका परिवार आपके साथ है| हम बिहारी लोग वैसे भी अपनी कर्मठता के लिए जाने जाते हैं| हमेशा सबके साथ विनम्र रहें और निर्भीक होकर लक्ष्य प्राप्ति के लिए आगे बढ़ते रहिए|