दुर्गा पूजा पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम,बिहार में 10 दिनों के लिए पुलिसकर्मियों की छुट्टी कैंसिल,पैरा मिलिट्री की कंपनियों भी होगी तैनात
पटना।बिहार में दुर्गा पुजा के मौके पर 10 दिनों के लिए पुलिसकर्मियों की छुट्टी कैंसिल कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय की ओर से इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है। आदेश के मुताबिक, यह व्यवस्था 20 से 29 अक्टूबर तक के लिए लागू होगी। ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह ने बुधवार को इसकी पुष्टि की है।
बिहार पुलिस मुख्यालय ने यह कदम दुर्गा पूजा पर सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए उठाया है। दरअसल, दुर्गा पूजा और प्रतिमा विसर्जन के दरम्यान कई बार हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं। 2020 में मुंगेर की घटना राजनीतिक मुद्दा भी बनी थी। ADG ने कहा कि दुर्गा पूजा के मौके पर जिस तरह से पहले घटनाएं हो चुकी हैं, वो दोबारा न हो इसे ध्यान में रख कर ही यह फैसला लिया गया है।
प्लान के तहत होगी तैनाती
ADG ने बताया कि दुर्गा पूजा पर बिहार में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम के लिए पुलिस मुख्यालय एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यालय ने अपनी तरफ से साढ़े 12 हजार अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती जिलों में करने का आदेश जारी कर दिया है।
इनके अलावा 33 कंपनी बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस (BSAP) के भी लगाए जाएंगे। जबकि, 4500 होमगार्ड जवानों को भी सुरक्षा के लिए ड्यूटी पर लगाया जाएगा। वहीं, केंद्र सरकार से भी पैरा मिलिट्री फोर्सेज के 12 कंपनियों की मांग की गई है। जो जल्द ही मिल जाएगी।
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2.52 लाख लोगों से भरवाए गए बॉन्ड
दुर्गा पूजा के दौरान किसी तरह की खलल न पड़े इसे लेकर उपद्रवियों की पहचान कर उनके ऊपर भी कानूनी शिकंजा कसा गया है। ADG के मुताबिक, इस मामले में पुलिस ने अपनी तैयारियां पहले से ही शुरू कर दी थी। अभी तक ऐसे 4 लाख 2 हजार 533 लोगों की पहचान की।
इनमें से 2 लाख 52 हजार 540 लोगों के खिलाफ धारा 107 के तहत कार्रवाई की गई और उनसे बॉन्ड भरवाया गया। ADG ने बताया कि बिहार में हथियारों के 73592 लाइसेंस जारी है। इनमें से 52889 की जांच अब तक की जा चुकी है।
पूजा पंडालों में लगाने होंगे CCTV
पुलिस मुख्यालय ने एक बात अभी से ही स्पष्ट कर दी है। पटना समेत राज्य के सभी जिलों में जहां भी पूजा पंडाल बन रहे हैं, वहां सुरक्षा के लिहाज से CCTV कैमरा हर हाल में आयोजकों को लगाना होगा। हर जिले के DM-SP शांति समिति की बैठक तो करेंगे ही, साथ ही उन्हें समिति का पुनर्गठन करने को कहा गया है। उसमें नए लोगों को शामिल कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, विसर्जन जुलूस को निकालने के लिए पूजा समितियों को हर हाल में उसका लाइसेंस लेना होगा। जुलूस के दरम्यान जिला प्रशासन वीडियो ग्राफी भी करवाएगी। इन सब के अलावा तेज आवाज वाले पटाखों पर भी अभी से ही रोक लगाई गई है।