नवरात्र का छठा दिन:मां कात्यायनी की पूजा आज, बन रहा विशेष योग, जानिए मुहूर्त और पूजा की विधि
पटना.नवरात्र के छठे दिन मां दुर्गा के अलौकिक स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। उन्हें महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जाना जाता है। ऋषि कात्यायन की पुत्री होने के कारण इनका नाम कात्यायनी रखा गया। पंडित प्रेम सागर पांडे ने पंचांगों के हवाले से बताया कि आज के दिन मूल नक्षत्र में रवि योग बन रहा है। आज के पूजा का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:11 से लेकर 11:57 तक है।
धार्मिक मान्यता है कि मां कात्यायनी के इस स्वरूप की पूजा अर्चना से विवाह में आ रही परेशानी दूर हो जाती है। मां कात्यायनी सफलता और यश का प्रतीक हैं। मां का स्वरूप अत्यंत ही भव्य और दिव्य है। इनका वर्ण स्वर्ण के समान चमकीला है। मां कात्यायनी स्वरूप में माता शेर पर सवार, सिर पर मुकुट सुशोभित है। मां की चार भुजाएं हैं, इनके बायें हाथ में कमल, तलवार व दाहिनें हाथों में स्वास्तिक है। मां के इस स्वरूप की पूजा अर्चना से विवाह में आ रही परेशानी दूर हो जाती है।
शहद का लगाते हैं भोग
मां कात्यायनी की पूजा बहुत फलदायिनी है। उन्हें शहद का भोग बहुत प्रिय है। शहद का भोग लगाने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है। पूजा प्रारंभ करने से पहले मां को स्मरण करें और हाथ में फूल लेकर संकल्प जरूर लें। इसके बाद वह फूल मां को अर्पित करें। फिर कुमकुम, अक्षत, फूल आदि और सोलह श्रृंगार माता को अर्पित करें। उसके बाद भोग अर्पित करें। फिर जल अर्पित करें और घी के दीपक जलाकर माता की आरती करें।