राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत एनक्वास के लिए चयनित 5 यूपीएचसी के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन
पटना- राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत एनक़ास के लिए चयनित 5 यूपीएचसी के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन आज गुरुवार को पटना स्थित होटल पार्क प्राइड में किया गया. कार्यशाला में सभी 5 चयनित यूपीएचसी के फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन एवं सभी ए.एन.एम. ने भाग लिया. ज्ञात हो कि जिला के 5 चयनित यूपीएचसी यथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मारूफगंज, गर्दनीबाग 6 सी, संदलपुर, शास्त्रीनगर एवं झखरी महादेव हैं जिन्हें एनक्वास प्रमाणीकरण हासिल करने के लिए चुना गया है. राज्य में कुल 106 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जनमानस को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं.
राज्य के सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का एनक़ास प्रमाणीकरण का है लक्ष्य- पियूष रंजन
प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक पियूष रंजन ने बताया कि राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एनक़ास प्रमाणीकरण हासिल करें. उन्होंने बताया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहरी आबादी को प्रथम पायदान पर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करते हैं. लोजों को जिलों में स्वास्थ्य समस्याओं के निदान के लिए हमेशा जिला अस्पताल नहीं जाना पड़े, इसलिए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की परिकल्पना की गयी थी. पियूष रंजन ने बताया आने वाले समय में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की कार्यक्षमता में और गुणात्मक सुधार किया जायेगा.
पहले होगा आंतरिक आंकलन- प्रीति सिंह
प्रतिभागियों का उन्मुखीकरण करते हुए जिला शहरी स्वास्थ्य सलाहकार, प्रीति सिंह ने बताया कि पहले सभी चयनित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का इंटरनल असेसमेंट ( आंतरिक आंकलन ) किया जायेगा जिससे एनक़ास प्रमाणीकरण हासिल करने के लिए जायजा लिया जायेगा. तय मानकों के हिसाब से केंद्र की गुणवत्ता का आंकलन कर आगे की कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने चेक लिस्ट के बारे प्रतिभागियों को पूरी जानकारी दी.
प्रमाणीकरण के लिए 12 प्रकार की थीम पर जांच:
शहरी प्राथमिक हेल्थ सेंटर के एनक्यूएएस के तहत गुणवत्ता प्रमाणीकरण के लिए 12 विभिन्न थीम को शामिल किया गया है. इस थेमेटिक चेकलिस्ट में जनरल क्लिनिक, मैटरनल हेल्थ, न्यूबॉर्न तथा चाइल्ड हेल्थ, टीकाकरण, परिवार नियोजन, संचारी रोग, गैरसंचारी रोग, ड्रेसिंग तथा आपातकालीन सेवा, फॉर्मेसी, लेबोरेट्री, आउटरिच तथा सामान्य प्रशासन शामिल हैं. एनक्यूएस प्रमाणीकरण से पूर्व गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की जांच के लिए चार विधियों को शामिल किया गया है. इनमें निरीक्षण, रिकॉर्ड की समीक्षा, मरीज का इंटरव्यू तथा अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ के इंटरव्यू शामिल हैं. इसके बाद एनक्यूएएस के तहत विभिन्न सेवाओं के लिए अंक प्रदान किये जायेंगे.
कार्यशाला में क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक पियूष रंजन, जिला शहरी स्वास्थ्य सलाहकार, प्रीति सिंह, पीएसआई इंडिया के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक मनीष सक्सेना सहित सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं पीएसआई इंडिया की टीम के सदस्य शामिल रहे.