विलुप्त हो रही नाट्य परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रयास,नाट्य का किया गया मंचन
पटना।बिहारशरीफ के डाक बंगला मोड़ के समीप दुर्गा पूजा के अवसर पर विलुप्त हो रही नाट्य परंपरा को जीवित रखने के उद्देश्य से नालंदा नाट्य संघ द्वारा नाटक का मंचन किया गया। नाटक की शुरुआत भगवान शिव के द्वारा कामदेव वध से की गई।
जिसका मंचन स्थानीय कलाकार अमित कुमार और संजय कुमार डिस्को द्वारा किया गया । नाटक के माध्यम से बताया गया कि भगवान भोलेनाथ की तपस्या को कामदेव ने भंग किया था, जिसके बाद भगवान शिव ने अपनी तीसरी आंख खोल कर कामदेव को भस्म कर दिया था।
नालंदा नाट्य संघ के अध्यक्ष ने बताया कि 1955 से नालंदा नाट्य संघ के कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक सामाजिक परिवेश पर नाटक के माध्यम से समाज की कुरीतियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इस संघ के कलाकारों ने अब तक सैकड़ों नाटकों का मंचन किया है।
संघ के कलाकारों द्वारा प्राचीन परंपराओं को सहेजने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। नाटक एक शक्तिशाली माध्यम है, जिसका उपयोग समाज को जागरूक करने के लिए किया जा सकता है। मौके पर अध्यक्ष रजनी उपाध्यक्ष राकेश साव सचिव संजय कुमार डिस्को के अलावे नालंदा नाट्य संघ के सदस्य ऋषिकेश कुमार अमित कुमार ,अनिल उर्फ गुड्डू, चितरंजन ,अमित कुमार, सन्नी कुमार, पृथ्वी कुमार, मिश्री कुमार, सुधीर कुमार ,पप्पू पेंटर,दिनेश कुमार, राजेश कुमार, सुनील कुमार ,अजय कुमार ने सहयोग किया ।