समस्तीपुर कोर्ट गोलीकांड में हथियार के साथ तीन गिरफ्तार,60 लाख मे हुई थी डिल,झारखंड की गैंग को दी थी सुपारी, दो थानाध्यक्ष सस्पेंड
समस्तीपुर में चार दिन पहले कोर्ट कैंपस में हुए गोलीकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसपी विनय तिवारी ने शुक्रवार की शाम पत्रकारों से बातचीत में पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने गोलीकांड के मास्टर माइंड कल्याणपुर के राजद प्रखंड अध्यक्ष और पूर्व मुखिया रामबाबू राय को बताया है।
एसपी ने बताया कि 26 अगस्त को कोर्ट कैंपस में हुए गोलीकांड को अंजाम देने के लिए रामबाबू ने 60 लाख में तीन शूटर्स को हायर किए थे। ये शूटर्स झारखंड के रहने वाले हैं। इस मामले में पुलिस ने राजद प्रखंड अध्यक्ष समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मो. ओवैस और अमन कुमार उर्फ कारगिल शामिल हैं। हालांकि, तीनों शूटर्स अब भी फरार हैं।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक पिस्टल भी बरामद की गई है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया है। इसके साथ ही इस मामले में एसपी ने कल्याणपुर थानाध्यक्ष गौतम कुमार और चकमहेसी थानाध्यक्ष चंद्र किशोर टिउ्डू को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
एसपी ने दी पूरे घटनाक्रम की जानकारी
एसपी विनय तिवारी ने बताया कि कल्याणपुर में चार साल पहले राजद नेता रघुवर राय की हत्या हुई थी। इस घटना के बाद कल्याणपुर में पावर गैप बना, जिसे पूरा करने के लिए प्रभात चौधरी ने अपराध के क्षेत्र में कदम रखा और शराब का कारोबार करने लगा।
इधर, पूर्व मुखिया रामबाबू राय भी अपना दबदबा बढ़ाने लगा। वह भी साथियों के साथ मिलकर शराब कारोबार करते हुए अकूट संपत्ति अर्जित की। वह अपने इलाके में अकेला साम्राज्य चाहता था। जिस कारण वह प्रभात चौधरी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। प्रभात चौधरी जेल में रहते हुए आपराधिक घटना को संचालित करना चाह रहा था।
झारखंड के शूटरों को दी गई 60 लाख की सुपारी
एसपी ने बताया कि 15 जुलाई को रामबाबू राय के घर पर हत्या की प्लानिंग बनी, जहां, शूटर्स के साथ लेनदेन की डील हुई। बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के लिए कई स्तरों पर प्लानिंग की। उन्होंने कहा कि सभी बदमाश 25 अगस्त को समस्तीपुर पहुंच गए थे। जिन्हें वस्तु बिहार में ठहराया गया। 26 अगस्त को सभी दिन के 11.15 बजे कोर्ट कैंपस पहुंच गए और गोलीबारी शुरू कर दी।
कोर्ट में शूटर्स से मिलने भी आया था रामबाबू
एसपी ने बताया कि इस दौरान रामबाबू भी बदमाशों से मिलने कोर्ट के बाहर आया था। इसके बाद वह मुंगेर चला गया। प्रभात चौधरी को पेशी के बाद वापस वाहन की ओर ले जाया जा रहा था, तभी तीनों शूटरों ने उस पर गोली चला दी। पहली गोली चलाने वाले बदमाश की पिस्टल फंस गई। इसके बाद दो अन्य बदमाश गोली चलाने लगे। इस दौरान एक गोली प्रभात चौधरी और दूसरी गोली प्रभात तिवारी नामक दूसरे कैदी को लग गई। घटना के बाद सभी फरार हो गए।