पेंटिंग के माध्यम से स्कूली बच्चे दे रहे हैं एमडीए के दौरान दवाओं का सेवन करने का संदेश
बक्सर, 15 सितंबर | जिले में आगामी 20 सितंबर से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्थान लोगों को जागरूक करने में जुटे हुए हैं। ताकि, ज्यादा से ज्यादा लोगों तक फाइलेरिया से बचाव और एमडीए के दौरान दवाओं का सेवन करने की जानकारी पहुंच सके। इस क्रम में सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद सिन्हा के निर्देशन में पीसीआई इंडिया के द्वारा विभिन्न स्तरों पर जागरूक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिसमें सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी शामिल किया जा रहा है। पीसीआई के द्वारा बच्चों के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही, मानव श्रृंखला का निर्माण और रैली भी निकाली जा रही है। जिससे बच्चों में एमडीए को लेकर जागरूकता बढ़े और वो अभियान के दौरान दवाओं का सेवन करने के लिए प्रेरित हो सकें। पीसीआई इंडिया के जिला मोबिलाइजेशन कंसल्टेंट शादाब आलम ने बताया कि डुमरांव स्थित उर्दू मध्य विद्यालय में पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया। साथ ही, गौरी शंकर मध्य विद्यालय में मानव श्रृंखला तथा आचार्य नरेंद्र मध्य विद्यालय बक्सर में रैली निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों ने हिस्सा लिया।
बच्चों को दी गई एमडीए की जानकारी :
जिला मोबिलाइजेशन कंसल्टेंट शादाब आलम ने बताया, विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल हुए बच्चों को एमडीए के संबंध में भी बताया गया। साथ ही, उन्हें अपने अभिभावकों और परिजनों को एमडीए के दौरान अनिवार्य रूप से दवाओं का सेवन के लिए प्रेरित करने को लेकर जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि एमडीए के शुरुआती चार दिनों तक जिले में बूथ लगाकर दवाओं का सेवन कराना है। जिसमें स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, चौक चौराहों, सरकारी और निजी दफ्तरों में बूथ लगाए जायेंगे। स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों को दवा का सेवन कराया जायेगा। इसलिए इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों को पूर्व में ही जानकारी दी जा रही है। ताकि, अभियान के दौरान किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो सके।
तैयार रहेगी रैपिड रिस्पॉन्स टीम :
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि अभिभावक इस बात का ध्यान अवश्य रखें की एमडीए के लिए बूथ लगने के दिन बच्चों को खाली पेट स्कूल ना भेजें। खाली पेट दवाओं का सेवन करने से बच्चों में चक्कर और पेट दर्द की शिकायत आती है।ऐसा तभी होता है जब बच्चों के शरीर में माइक्रो फाइलेरिया के परिजीवी मौजूद हो। जब दवा बच्चों के शरीर में जाती है तब माइक्रो फाइलेरिया का परजीवियों को मारती है। जिसके कारण बच्चों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि, ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया जा चुका है। जो एडवर्स स्थिति होने पर बच्चों को समय पर अस्पताल ले जायेगी। जहां उनका इलाज किया जायेगा।