Tuesday, November 26, 2024
Patna

“इंजीनियर के ठिकानों पर रेड..7 करोड़ की संपत्ति मिली:4 जगहों से मिले 40 लाख कैश

बांका में कार्यरत एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजीव कुमार गुप्ता के पास से करीब 7 करोड़ की संपत्ति मिली है। इसमें 40 लाख रुपए कैश और 15 लाख रुपए की गाड़ी भी शामिल है। जबकि नौकरी में अब तक 68 लाख सैलरी प्राप्त किए हैं।

निगरानी टीम ने गुरुवार सुबह विद्युत विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के 4 ठिकानों पर रेड मारी। करीब 5 घंटे चली रेड में निगरानी टीम को संजीव कुमार गुप्ता और उनकी पत्नी के नाम से 2 लॉकर और 10 बैंक अकाउंट के साथ-साथ FD में 30 लाख से ज्यादा का निवेश का पता चला है।

इसके साथ ही नाबालिग बेटी के नाम पर भी 3 लाख की एक FD की जानकारी मिली। इंजीनियर और उनकी पत्नी के नाम से LIC Policy होने का भी पता चला है। कई जमीन के प्रमाण मिले है, जिसपर निगरानी टीम जांच कर रही है। 5 घंटे की रेड के बाद निगरानी ने बांका से इंजीनियर को हिरासत में ले लिया है।

इंजीनियर के ससुर की भूमिका भी संदिग्ध

निगरानी टीम के अधिकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान जेवरात भी मिले हैं, जो कई लाख रुपए की है। जांच के दौरान इंजीनियर द्वारा अर्जित आय से अधिक संपत्ति प्रदेश और प्रदेश से बाहर मिलने की संभावना है। इस मामले में ससुर की भूमिका भी संदिग्ध है, जो रेलवे में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं।

अभियुक्त की पत्नी बैंक में तृतीय श्रेणी में पिछले कुछ वर्ष पहले से कार्यरत हैं। प्रथम दृष्टया अब तक की जांच में पता चलता है कि 1.03 करोड़ रुपए की संपत्ति होनी चाहिए, लेकिन इसके तुलना में चार गुणा से भी ज्यादा की संपत्ति बरामद हुई है। वहीं, FIR में जो संपत्ति की रकम बताई गई है, उसकी तुलना में तीन सौ प्रतिशत से अधिक की संपत्ति मिली है।

निगरानी की टीम बांका में दो जगह, भागलपुर में इंजीनियर के ससुराल और पूर्णिया स्थित आवास पर एक साथ रेड की। बांका से निगरानी की टीम इंजीनियर को अपने साथ भागलपुर लेकर आई। यहां यूको बैंक का लॉकर खुलवाया गया, जहां 10 लाख कैश मिले। वहीं, ससुराल में 27 लाख रुपए कैश मिले हैं।

अधिकारियों ने ससुर से पूछा कि ये कैश किसका है तो उन्होंने कहा कि दामाद जी का। इंजीनियर की पत्नी पश्चिम बंगाल के रामपुरा स्थित यूको बैंक में कार्यरत हैं। इसके साथ ही ससुराल से अवैध कमाई से खरीदे गए कई जमीन के दस्तावेज, संपत्ति के कागजात और निवेश से जुड़े कागजात भी बरामद किए गए हैं। पूर्णिया में भी कई जमीन के कागजात, रजिस्ट्री के पेपर्स जब्त किए गए हैं।

संजीव कुमार गुप्ता के ससुर राज किशोर मंडल भारतीय रेल में कार्यरत है। सुबह 7 बजे के करीब निगरानी की यहां रेड पड़ी है। 20 से ज्यादा अफसरों की टीम इस रेड में शामिल हैं। आय से अधिक संपत्ति के मामले में ये कार्रवाई की गई है।

वहीं बांका में डोकानिया पेट्रोल पंप के अपोजिट, बिजली ऑफिस परिसर में स्थित आवास पर निगरानी की टीम पहुंची है। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में सप्लाई डिवीजन के इलेक्ट्रिकल एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पद पर संजीव कुमार गुप्ता कार्यरत हैं।

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजीव कुमार गुप्ता के पूर्णिया के गोआसी पंचायत के बनिया टोला गांव के वार्ड 12 के पैतृक आवास पर निगरानी की रेड चल रही है। सुबह साढ़े 7-8 बजे के बीच निगरानी की ये रेड पड़ी। पटना निगरानी की दो गाड़ी में 10 अफसर कार्रवाई करने पहुंचे थे। इस रेड में एक महिला अफसर भी शामिल थीं, जो घर वालों से पूछताछ की। साथ ही लोकल पुलिस की भी मदद ली गई। लोकल पुलिस के एक एएसआई रैंक के पुलिस अफसर के अलावा 4 सिपाही और 2 महिला सिपाही भी रेड में शामिल थे।

पूर्णिया के गोआसी गांव स्थित आवास पर निगरानी का छापा पड़ा है।
इंजीनियर के पिता बनारसी गुप्ता घर से चंद दूरी पर किराना की दुकान चलाते हैं। संजीव के तीन बेटे हैं। गांव में इन्हें गुड्डू नाम से लोग पुकारते हैं। इस रेड से पूरे इलाके में हड़कंप हैं। बारिश के बावजूद लोग इनके घर के आसपास जुटे थे। इंजीनियर संजीव कुमार गुप्ता पर पीसी एक्ट 1988 13(2)r/w, 13(1) (b) के तहत 19 सितंबर को यह मामला दर्ज किया गया था।

Kunal Gupta
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