एमडीए को सफल बनाने में मीडिया की भूमिका रहेगी अहम:एसीएमओ
आरा, 19 सितंबर | जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर 20 सितंबर से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम का आयोजन किया जाने वाला है। यह अभियान 6 अक्टूबर तक सभी प्रखंडों में चलाया जाना है। जिसको लेकर मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल परिसर में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन एसीएमओ डॉ. के.एन सिन्हा, पीरामल इंडिया के वीएल डीपीओ चंदन प्रसाद, पीसीआई की डीएमसी जुलेखा फातमा खान, वीबीडीसी अजीत कुमार को पुष्प गुच्छ देकर किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह फ़ाइलेरिया प्रभारी डा. के.एन सिन्हा ने बताया कि फाइलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में 17 दिवसीय अभियान के तहत 2 साल से अधिक सभी लोगों को फाइलेरिया की दोनों दवा खिलाई जाएगी। 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से पीड़ित लोगों को यह दवा नहीं खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान को सफल बनाने हेतु आशा एवं आँगनबाड़ी घर-घर जाकर लक्षित समुदाय को फाइलेरिया की दवा खिलाएगी। साथ ही आशा एवं आंगनबाड़ी यह सुनश्चित करेंगी कि उनके सामने ही लोग दवा का सेवन करें। उन्होंने इस अभियान की सफलता में मीडिया की अहम भूमिका बताई। कहा कि मीडिया के माध्यम से इस अभियान को जन आंदोलन का रूप दिया जा सकता है। अखबारों और पोर्टल के जरिए जिले की बड़ी आबादी को जागरूक करते हुए उन्हें दवा खाने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी के लिए लाभप्रद :
डॉ. सिन्हा ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर रोग है जिसे फाइलेरिया की दवा सेवन से ही बचा जा सकता है। कभी-कभी फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बाद भी इसके लक्षण सामने आने में वर्षों लग जाते हैं। इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है। उन्होंने बताया कि आम लोग खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें। कभी-कभी खाली पेट दवा खाने से भी कुछ समस्याएं होती हैं। आम लोगों में फाइलेरिया की दवा सेवन के साइड इफ़ेक्ट के बारे में कुछ भ्रांतियां हैं, जिसे दूर करने की सख्त जरूरत है। फाइलेरिया की दवा सेवन से जी मतलाना, हल्का सिर दर्द एवं हल्का बुखार हो सकता है जो शरीर में मौजूद फाइलेरिया के परजीवी के मरने के ही कारण होता है. इसलिए दवा सेवन से किसी भी प्रकार का साइड इफ़ेक्ट मरीज के हित में ही है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उन्होंने मीडिया से अपील भी की।
लोगों की दी जाएगी डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियाँ :
पीरामल इंडिया के डीपीओ चंदन प्रसाद ने बताया कि इस अभियान में डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियाँ लोगों की दी जाएगी। 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। अल्बेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है।
अभियान को सफ़ल बनाने एवं जीविका एवं शिक्षा विभाग के साथ पीसीआई की अहम भूमिका होगी। जिले के सभी स्कूलों में अभियान को लेकर प्रभात फेरी के साथ प्रार्थना सभा में इसके विषय में बच्चों को जागरूक किया जायेगा। जिले के सहयोगी संस्थान इस अभियान के विषय में महिलाओं को जागरूक करेंगे। साथ ही, यह सुनश्चित करेंगे कि अभियान में दवा का सेवन शत-प्रतिशत हो।