“अमीर बनने के लिए दोस्त ने किया अपहरण,बिहार पुलिस ने साढ़े 3 लाख रुपए लेकर किडनैपर्स के पास पहुंची,ज्वेलर्स के बेटे को छुड़ाया
मुजफ्फरपुर में सोमवार को श्री गणेशाय ज्वेलर्स के 25 साल के बेटे का अपहरण कर लिया गया। अनजान नंबर से 20 लाख की फिरौती मांगी गई। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर 3 घंटे में युवक को ढूंढ निकाला है। किडैपर्स युवक के दोस्त ही थे, वे शॉर्टकट से पैसा कमाकर अमीर बनना चाहते थे।
पुलिस सादे कपड़ों में फिरौती के साढ़े 3 लाख रुपए लेकर पहुंची थी। किडनैपर्स जैसे ही पुलिस वालों से डील करने बाहर निकले, पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। मामले में आभूषण व्यवसायी मनोज कुमार के बेटे अंशु कुमार के एक दोस्त राहुल को गिरफ्तार किया गया है। 3 की तलाश जारी है।
करजा थाना क्षेत्र के करजा में अंशु कुमार के पिता की सोने-चांदी की दुकान है। सोमवार रात अंशु दुकान बंद कर लौट रहा था। उसके दोस्तों ने उसे पार्टी का कहकर बुलाया और फिर कोल्ड ड्रिंक में नशा देकर बेहोश कर दिया। इसके बाद अनजान नंबर से फिरौती मांगी गई। मामला सामने आने के बाद करजा पुलिस ने महज तीन घंटे में ही युवक को बरामद कर लिया।
जब अंशु घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसके मोबाइल पर कॉल किया पर फोन स्वीच ऑफ था। इसी बीच पिता के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फिरौती के लिए फोन आना शुरू हो गया।
पहले 20 लाख फिर 5 लाख की मांगी फिरौती
किडनैपर्स अंशु को छोड़ने के लिए फिरौती के तौर पर 20 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। धमकी दी गई कि फिरौती की रकम नहीं देने पर युवक की हत्या कर देंगे। परिजनों ने काफी मिन्नत के बाद अपहर्ता 10 लाख रुपए और सोना का जेवर देने की बात पर अड़ गया।
परिवार ने इतने पैसे देने से इनकार कर दिया। इसके बाद आरोपी 5 लाख की फिरौती मांगने लगे। फिरौती नहीं देने पर कहा गया कि बेटे को पटना के गंगा पुल से नदी में फेंक दूंगा। इसके बाद परिजन 5 लाख रुपए देने को तैयार हो गए। उसके बाद करजा पुलिस को मामले की जानकारी दी गई।
पुलिस साढ़े तीन लाख रुपए लेकर मौके पर पहुंची
करजा पुलिस ने परिवार का सदस्य बनकर अपहरणकर्ता से बात की। इसके बाद बदमाशों ने उसे पैसे लेकर करजा के चप्पल फैक्ट्री में बुलाया। जहां एक पुलिसकर्मी सादे लिबास में साढ़े तीन लाख रुपए लेकर मौके पर पहुंचा।
फैक्ट्री के आसपास सादे लिबास में और भी पुलिसकर्मी मौजूद थे। पैसे देते ही एक आरोपी को पकड़ा गया। आरोपी उसका दोस्त राहुल निकला। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद उसी चप्पल फैक्ट्री के अंदर से अंशु को बेहोशी की हालत में बरामद कर लिया गया। पुलिस ने दो अन्य दोस्तों को भी हिरासत में लिया है। उनकी भूमिका की जांच हो रही है।
पार्टी देने की बात कहकर बुलाया था
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपी राहुल अंशु का दोस्त है। उसने अंशु को पार्टी देने की बात कहकर बुलाया था। कहा था कि आओ आज पार्टी देंगे। इसके बाद अंशु दुकान बंद कर निकला था।
उसे नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर बेहोश कर दिया गया। इसके बाद अंशु के परिजनों से फिरौती मांगी गई। वहीं करजा थानेदार राजेश कुमार राकेश का कहना है कि राहुल से पूछताछ की गई है। जल्द अमीर बनने के चक्कर में अपहरण करने की बात कही है।