स्तन में गांठ को ना करें नजरंदाज हो सकता है स्तन कैंसर:डॉ आफरीन
सासाराम/06 सितंबर। स्तन कैंसर आज महिलाओं के लिए के बड़ी समस्या बनती जा रही है। स्तन कैंसर की जानकारी देर से होने पर मृत्यु की संभावना बन जाती है। देश में स्तन कैंसर में बढ़ोतरी का मुख्य कारण महिलाओं में जागरूकता का अभाव बताया जा रहा है तो वही छोटे शहरों या ग्रामीण क्षेत्रों में स्तन में बनने वाली गांठ के बारे में खुलकर ना बताना भी मुख्य कारण माना जा रहा है। हालांकि इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार लगातार कारगर कदम उठा रही है और जागरूकता के माध्यम से इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इधर रोहतास जिले में भी टाटा कैंसर हॉस्पिटल मुंबई की इकाई होमी भाभा कैंसर अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर से आई टीम महिलाओं को स्तन कैंसर को लेकर जागरूक किया जा रहा है। टीम के द्वारा सदर अस्पताल के साथ साथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कैंप के माध्यम से स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग (जांच) कर के उचित परामर्श व इलाज किया जा रहा है।
जिले में चार हजार महिलाओं का हुआ स्क्रीनिंग
रोहतास जिले में होमी भाभा कैंसर अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर से आई टीम दिसंबर 2022 से कैंसर उन्मूलन को लेकर कार्य कर रही है। टीम के द्वारा पिछले 8 महीना में जिले में 4000 के आसपास स्तन कैंसर के लिए स्क्रीनिंग किया गया। इस दौरान 52 महिलाएं स्तन कैंसर के संदिग्ध पाई गई जबकि तीन महिलाएं उच्च संदिग्ध पाई गई। कैंसर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दिसंबर महीने में 300 महिलाओं का स्क्रीनिंग किया गया तो वही जनवरी में 300, फरवरी मे 500, मार्च में 300, अप्रैल में 500, मई में 800, जून में 400, जुलाई में 300, तथा अगस्त में लगभग 600 महिलाओं का स्तन कैंसर के लिए स्क्रीनिंग किया गया।
स्तन में गांठ को ना करें नजरंदाज
होमी भाभा कैंसर अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर से आई जिला टेक्निकल ऑफीसर डॉक्टर आफरीन नेसार ने कहा कि महिलाएं एवं युवतियां कैंसर से ज्यादा पीड़ित होती है। शादी शुदा महिलाओं में कम स्तनपान कराना इसका मुख्य कारण माना जाता है जबकि युवतियों में हार्मोंस मुख्य वजह माना जाता है। उन्होंने बताया कि स्तन में एक गांठ जैसा महसूस होता है जो कैंसर का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है। शुरुआती दौर में उसमें कोई दर्द नहीं होता है लेकिन जैसे-जैसे वह पुराना होता जाता है उसमें दर्द होना शुरू हो जाता है। अगर समय से इसकी पहचान कर के इलाज न कराया जाए तो स्तन कैंसर बन जाता है। कभी कभी तो ऑपरेशन कर के स्तन को हटाना पड़ता है। साथ ही इससे मृत्यु की भी संभावना भी बढ़ जाती है।
गांठ महसूस होने पर तुरंत ले सलाह
डॉ आफरीन ने कहा कि किसी भी महिला या युवती में यदि स्तन के किसी भी जगह गांठ महसूस हो रहा हो तो इसके लिए तुरंत सदर अस्पताल स्थित कैंसर विभाग से संपर्क करके जांच करवाए या उचित सलाह ले। उन्होंने बताया कि इसके लिए सीबीई जांच किया जाता है जो सदर अस्पताल के कैंसर विभाग में पूरी तरह से नि:शुल्क है। शुरुआती दौर में यह गांठ सॉफ्ट महसूस होता है यदि इसका इलाज न कराए तो यह धीरे धीरे हार्ड होता जाता है। इसलिए किसी भी तरह का गांठ महसूस हो तो कैंसर विभाग से जरूर संपर्क कर के उचित सलाह ले।