Tuesday, December 24, 2024
Patna

अभियान को सफल बनाने के लिए सामूहिक पहल की आवश्यकता : सिविल सर्जन

बक्सर, 14 सितंबर | फाइलेरिया पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिले में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान शुरू होने वाला है। जिसके तहत विशेष रूप से 20 सितंबर से बूथ लगाकर और घर-घर जाकर फाइलेरिया रोधी दवाएं दी जाएंगी। अभियान को सफल बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति मिशन मोड में काम कर रही है। इस क्रम में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा सभी प्रखंडों में स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण और उन्मुखीकरण किया जा रहा है। साथ ही सहयोगी संस्थानों के द्वारा व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इस क्रम में सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद सिन्हा ने बताया कि अभियान को सफल बनाने और फाइलेरिया से निपटने के लिए सामूहिक पहल की आवश्यकता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्थानों द्वारा बुद्धिजीवियों और समाज में अलग पहचान रखने वालों से संपर्क कर जागरूकता अभियान में शामिल होने की अपील की जा रही है। ताकि, ज्यादा से ज्यादा लोग एमडीए अभियान का लाभ उठा सकें।

आशा कार्यकर्ताओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण :
सदर प्रखंड के प्रखंड स्वास्थ्य उत्प्रेरक प्रिंस कुमार सिंह ने बताया कि एमडीए अभियान को सफल बनाने के लिए प्रखंड में पंचायतवार आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें अभियान के दौरान घरों की मार्किंग, लाभुकों को अपने सामने दवाओं का सेवन कराना आदि की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि एमडीए अभियान के दौरान दवा की डोज उम्र के अनुसार दी जाएगी। दवा खाली पेट नहीं खानी है। यह दवाएं निःशुल्क जनसमुदाय को खिलाई जाएगी और इसका सेवन दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रोग से पीड़ित लोगों को छोड़ कर सभी को करना है। दवा खाने से जब शरीर में परजीवी मरते हैं तो कई बार सिरदर्द, बुखार, उल्टी जैसी प्रतिक्रिया देखने को मिलती है। इससे घबराना नहीं है और आमतौर पर यह स्वतः ठीक हो जाते हैं। अगर किसी को ज्यादा दिक्कत होती है तो आशा कार्यकर्ता प्रखंड स्तर पर गठित रिस्पांस टीम को सूचित करेंगी।
प्रतिदिन होगी निगरानी और अनुश्रवण :
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. शैलेंद्र कुमार ने बताया कि फाइलेरिया मुक्त बक्सर बनाने के लिए इस बार एमडीए को सफल बनाने के लिए अंतरविभागीय समन्वय स्थापित कर अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें जिला प्रशासन के विभिन्न विभाग शामिल हैं। हमारा लक्ष्य है कि इस बार 100 प्रतिशत लाभुकों को दवाओं का सेवन कराया जा सके। इसके लिए जहां स्वास्थ्य विभाग कार्य कर रहा है, लेकिन अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों का सहयोग भी जरूरी है। ऐसे में लोगों को समझना होगा कि फाइलेरिया समाज के लिए कितना बड़ा अभिषाप है। इस बीमारी से मरीज न केवल दिव्यांग बन जाता है, बल्कि उसकी मानसिक स्थिति भी बिगड़ जाती है। इसलिए उन्होंने जिले के सभी लोगों से दवा का सेवन अनिवार्य रूप से करने की अपील की।

Kunal Gupta
error: Content is protected !!