Sunday, December 22, 2024
dharamPatna

नागपंचमी की पूजा में संकटों का नाश करेंगे ये चमत्कारिक उपाय

पटना।प्रगति कुमारी ।नागपंचमी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे हर साल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल 2023 में 21 अगस्त को मनाया जायेगा।यह पूजा नागदेवता की कृपा प्राप्ति और संकटों के नाश के लिए की जाती है। नागपंचमी पूजा के दौरान हम अपनी उम्मीदें रखते हैं कि हमारी समस्याएं हल होंगी और हमारा जीवन सुखमय और समृद्ध होगा। इस लेख में, हम आपको चमत्कारिक उपायों के बारे में बताएँगे जिनका इस्तेमाल करके आप नागपंचमी की पूजा में संकटों का नाश कर सकते हैं।

उपाय 1: स्नान करें नाग के ढाला पानी में

पहला चमत्कारिक उपाय है नागपंचमी के दिन नाग के ढाला पानी में स्नान करना। अपने गर्मी योग्य इच्छित नाग के ढाला पानी की तैयारी करें।

नाग के ढाला पानी में नागपाश, लोबान, और गाय का गोबर मिलाएं। इन तत्वों से बने पानी में 15-20 मिनट तक स्नान करें।

नागपंचमी के अलावा, आप प्रतिदिन भी इस पानी से स्नान कर सकते हैं। इससे नाग देवता की कृपा प्राप्ति होगी और संकटों का नाश होगा।

उपाय 2: नागराजा ध्यान करें

दूसरा चमत्कारिक उपाय है ध्यान में नागराजा को समर्पित करना। नागराजा की मूर्ति वस्त्र, फूल, एवं चन्दन से सजाएं।

यदि आपके पास नागराजा की मूर्ति नहीं है, तो आप एक पीपल के पेड़ के नीचे जाकर ध्यान कर सकते हैं। ध्यान करते समय कोई भी व्याक्ति और चीज आपके आस-पास नहीं होनी चाहिए।

नागराजा को सामरिक गीत और मंत्रों के साथ ध्यान करें। ये आपकी मनःशान्ति और आत्मा में प्रशांति द्वारा नागदेवता की कृपा को आमंत्रित करेंगे।

उपाय 3: नागकंठा धारण करें

तीसरा चमत्कारिक उपाय है नागकंठा को धारण करना। नागकंठा हरी और सफेद रंग की होनी चाहिए।

नागकंठा को मंत्र जाप और ध्यान के समय धारण करें। इससे नागराजा की कृपा प्राप्ति होगी और सभी संकटों का नाश होगा।

नागकंठा को नियमित रूप से पवित्र जल से धोएं और पूजा का समय कायम रखें। इससे नागराजा की कृपा का बहुत अधिक प्रभाव होगा।

उपाय 4: पवित्र सर्पमणि का धारण करें

चौथा चमत्कारिक उपाय है पवित्र सर्पमणि को धारण करना। सर्पमणि हरे रंग की होनी चाहिए।

सर्पमणि को गंगा जल से धोएं और ध्यान के समय या पूजा के समय उसे धारण करें।

सर्पमणि सत्य, शांति, सुंदरता, और स्वास्थ्य के प्रतीक है। इसका धारण करना संकटों का नाश करने में मदद कर देता है।

उपाय 5: धार्मिक पुस्तकें पढ़ें

पांचवां चमत्कारिक उपाय है धार्मिक पुस्तकें पढ़ना। आप अपनी पसंद के किसी धार्मिक ग्रंथ को चुन सकते हैं।

इन पुस्तकों को नागपंचमी के दिन कमरे में व्‍यवस्थित तरीके से रखें और रोज़ उनसे कुछ पंक्तियाँ पढ़ें।

धार्मिक पुस्तकें पढ़ना मन को कांतिमय और चैतन्यिक बनाता है। इससे आपकी आत्मा में शांति होगी और संकटों का नाश होगा।

शिव की पूजा में ये चमत्कारिक उपाय आपको संकटों से निजात दिलाने में मदद करेंगे। यदि आप इन उपायों को ईमानदारी से और नियमित रूप से करेंगे, तो नागदेवता आपकी कृपा बनी रहेंगी और आपका जीवन सुखी और समृद्ध बनेगा। यह पुनर्निर्माण की प्रक्रिया में आपकी मदद करेंगे और आपको नई ऊर्जा प्रदान करेंगे। नागपंचमी की पूजा के दौरान सुनिश्चित रहें कि आप नियमित रूप से ध्यान करते रहें और उपायों को सही ढंग से पालन करें। इससे आपको आपकी इच्छानुसार फल मिलेगा और उपहारों की वृद्धि होगी। इस नागपंचमी पूजा में आपकी मनोकामनाएं पूरी हों और आपका जीवन सुखी एवं समृद्ध हो। नागराजा की कृपा भरी आँखें आपके ऊपर रहेंगी और सभी संकटों का नाश होगा।

अपनी नागपंचमी की पूजा में उपायों को शामिल करें और शुभकामनाएं प्राप्त करें! जय नागराजा!
नोट:यह बाते धार्मिक है कृपया इसे लेकर अपने फेमली पंडित से भी एक बार सम्पर्क कर ले।

Kunal Gupta
error: Content is protected !!