Samastipur;प्रेम-प्रसंग विवाद में नहीं 50 साल पुराने विवाद में हुई थी पंचायत समिति सदस्य के पति की हत्या,एक गिरफ्तार
Samastipur शिवाजीनगर के काररघाट पंचायत के पंचायत समिति सदस्य के पति संतोष पासवान हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। संतोष की हत्या गांव के अंतर जातीय प्रेमप्रसंग को लेकर नहीं शराब कांड और 50 साल पुरानी जमीनी विवाद को लेकर हुई। इस कांड में आरोपी बनाए गए सभी 12 के 12 लोग निर्दोष हैं। इस कांड को शराब कारोबारी पुरुषोत्तम चौधरी ने अपने मित्र के सहयोग से कराई।
ताकि वह एक तीर से दो निशाना साध सके। एक संतोष का काम भी तमाम हो जाएगा और इस मामले में उसका नाम भी नहीं आए । चुकी अंतर जातीय प्रेमप्रसंग के कारण काकरघाट में तनातनी है। अब इस मामले में पुलिस ने शिवाजीनगर के ही रहियार के पुरूषोत्तम चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके पास से एक देसी कट्टा भी बरामद किया गया है।
कांड के खुलासे की कहानी
एसपी ने बताया कि रहियार के पुरुषोत्तम चौधरी अपराधी प्रवृत्ति का रहा है और पूर्व में जेल जा चुका है। गलत संगत के कारण वह शराब का आदि हो चुका था। गांव के ही विनीत कुमार उर्फ विक्की के यहां से शराब लेता था। शराब का काफी उधार हो गया था। जिसके बाद विक्की ने शराब का कारोबार करने की सलाह दी। वह शराब लाकर गांव में ही बेचने लगा। जब इस बात की जानकारी काकरघाट कं पंचायत समिति सदस्य को हुई तो वह शराब कारोबार के बदले पैसे की मांग करने लगा। जिससे पुरुषोत्तम व विक्की दोनों परेशान रहने लगा। पुरुषोत्तम ने पुलिस के पूछताछ के दौरान बताया है कि अरहियार मौजा स्थित पांच बीघा जमीन उसकी जमीन संतोष और उसके पटिदार ने 50 सालों से कब्जा कर रखा है। जमीन पर कब्जा को लेकर उस पर एसटीएससी केस भी किए हुए है। जिसमें उसे जेल तक जाना पड़ा था।
प्रेमप्रसंग विवाद उठाया फायदा
एसपी ने बताया कि पुरुषोत्तम ने बताया कि इसी दौरान संतोष का भतीजा गांव के दूसरी जाति की लड़की को लेकर भाग गया। जिससे उक्त समुदार के लोग संतोष से नाराज थे। दोनों पक्ष में मारपीट भी हुई। पुरुषोत्तम व विक्की ने सोचा की यही मौका है। इस दौरान अगर संतोष की हत्या की जाती है तो पूरा आरोप जाति विशेष पर हो जाएगा। जिस पर दोनों साजिश रच कर बेगूसराय के अपने दोस्त अमन कुमार को बुलाकर सभी जानकारी दी। अमन दोस्ती में हत्या करने को तैयार हो गया। एसपी ने बताया कि रतनपुर कांड में जेल में रहते हुए पुरुषोत्तम की बेगूसराय जेल में अमन से दोस्ती हो गई थी।
रोज रोसड़ा जाने का बदमाशों ने उठाया फायदा
एसपी ने बताया कि सभी लोगों को पता था कि संतोष रोज रोसड़ा जाता है। जिस कारण अमन 10 अगस्त को उसकी रेकी की। लेकिन उस दिन संतोष नहीं आया। 11 अगस्त को संतोष रोसड़ा की ओर गया। लौटने के दौरान विक्की व अमन ने उसका पीछा किया। महेश्वर चौर में सुनसान जगह पर ओवर टेक कर उसे गोली मार दी और रहुआ की ओर भाग गया। बाद अमन ने पुरुषोत्तम को फोन कर बताया कि काम हो गया। जिसके बाद पुरुषोत्तम अपने घर से भाग कर विभूतिपुर चला गया। अगले दिन जानकारी मिली की इस मामले में जाति विशेष के 12 लोगों को आरोपित किया गया तो वह घर लौट आया।