Sunday, November 24, 2024
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पहले स्‍मार्ट मीटर, अब AI का भी इस्‍तेमाल करेगी Bihar में बिजली कंपनी,आम उपभोक्‍ता…

बिजली उपभोक्ताओं की आम शिकायत होती है कि बिल अधिक आ गया। पिछले महीने कम राशि का बिल था और इस माह दोगुना हो गया। बिजली उपभोक्ता इससे जुड़ी शिकायतें अलग-अलग फोरम पर सुनवाई के लिए ले जाता है।

दिलचस्प यह है कि इससे ठीक उलट बिजली कंपनी अब एक-एक उपभोक्ता का यह अकाउंट दफ्तर में बैठकर ही खंगाल लेगी कि उनका बिजली बिल वर्तमान महीने में पिछले माह के बिजली बिल से कम क्यों हो गया? तुरंत बिजली कंपनी की टीम इसकी पड़ताल करने संबंधित उपभोक्ता के दरवाजे पर पहुंच जाएगी। अगले साल के आरंभ में बिजली कंपनी के स्तर पर इस व्यवस्था को आरंभ किया जाना है।

 

कैसे काम करेगा यह सिस्टम
बिजली कंपनी के संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पूरा सिस्टम एआई आधारित है।  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से इस बाबत बने नियंत्रण कक्ष को एक-एक उपभोक्ता के बारे में यह जानकारी उपलब्ध होगी कि पिछले महीने उसकी खपत कितनी यूनिट की थी और वर्तमान महीने में खपत की स्थिति क्या है।

इसका अध्ययन साफ्टवेयर कर लेगा। नियंत्रण कक्ष के मानीटर पर तुरंत अंतर दिखेगा। इसके बाद बिजली कंपनी की टीम इसका कारण खंगालने संबंधित उपभोक्ता को बताए बगैर उसके घर या प्रतिष्ठान पर पर पहुंच जाएगी।यह खंगाला जाएगा कि कहीं बिजली चोरी के किसी तकनीक पर तो काम नहीं हो रहा।  सभी तरह के मीटर पर काम करेगा यह सिस्टम बिजली कंपनी के संबंधित अधिकारी ने बताया कि सभी तरह के मीटर पर यह सिस्टम काम करेगा।

स्मार्ट प्री पेड मीटर पर यह सिस्टम और तेजी से काम करेगा। उपभोक्ता के बिजली उपभोग की प्रकृति क्या है, यह भी मालूम हो सकेगा। यानी किसी उपभोक्ता द्वारा दिन में बिजली की खपत अधिक की जा रही या रात में यह जानकारी भी बिजली कंपनी को उपलब्ध होगी।

यह आंकड़ा भी सहजता से उपलब्ध हो सकेगा कि‍ जितने किलोवॉट का कनेक्शन संबंधित उपभोक्ता ने लिया हुआ है, उससे कितने अधिक यूनिट बिजली का उपभोग वह कर रहा है। इस आधार पर लोड बढ़ाया जाना संभव हो पाएगा।

पहली बार उपभोक्ताओं के उपभोग व्यवहार की मिलेगी
जानकारी ऐसा पहली बार होगा जब बिजली कंपनी इस बात को लेकर अपडेट रहेगी कि उपभोक्ताओं का बिजली उपभोग व्यवहार क्या है।अब तक किसी इलाके में बिजली खपत की जानकारी मूल रूप से संबंधित क्षेत्र में लगे बिजली के ट्रांसफार्मर से मिलती है, पर अब एक-एक उपभोक्ता का आंकड़ा उपलब्ध होगा।”

Kunal Gupta
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