तेजस्वी के चहते सहाकिरता मंत्री को सोशल मीडिया पर मिली धमकी
गया ।बिहार के सहकारिता मंत्री डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव को धमकी दिया गया है। सोशल मीडिया पर पटना के रहने वाले धनवंत सिंह राठौर का नाम सामने आया है। जिन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट जारी किया था और पोस्ट में लिखा था कि सुरेंद्र प्रसाद यादव एक अपराधी व्यक्ति है उसकी हत्या करने वाले को 11 करोड़ रुपया इनाम दिया जाएगा। फिलहाल इस मामले में रामपुर थाना में मामला दर्ज कराया है। वही, सुरेंद्र प्रसाद यादव एसएसपी से जानमाल की रक्षा की गुहार लगाया है। फिलहाल गया पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। इस संबंध में बताया जा रहा है कि धमकी देने वाला धनवंत सिंह राठौर क्षेत्रीय संघ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। जिसके द्वारा बीते दिनों धमकी दिया गया था।
रामपुर थाने में दर्ज है, उनका विधानसभा क्षेत्र उग्रवाद व नक्सलवाद प्रभावित है. पूर्व में गया लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचित दो सांसद ईश्वर चौधरी व राजेश कुमार की हत्या उग्रवादियों द्वारा की जा चुकी है. अब उनकी हत्या के लिए सार्वजनिक रूप से लोगों को उकसाया जा रहा है, उन्हें आशंका है कि उनकी हत्या भी कर दी जाएगी। बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव ने एसएसपी से मांग की है कि धनवंत सिंह राठौर के विरुद्ध शीघ्र ही कठोर कार्रवाई की जाये, इसके साथ ही ऐसे उकसानेवाले वीडियो को तत्काल ही सोशल मीडिया से विलोपित किया जाये और उनके व उनके परिवार की जानमाल की सुरक्षा प्रदान करने का दायित्व प्रशासन के ऊपर है।इसके लिए अतिशीघ्र अतिरिक्त व उपयुक्त सुरक्षा उपलब्ध करायी जाये।
एसएसपी के आदेश पर सहकारिता मंत्री को मिली धमकी के मामले में 66 आइटी एक्ट व धारा 115 व 120 बी के तहत रामपुर थाने में पटना के कंकड़बाग- एमआइजी 76 के रहनेवाले क्षत्रिय सेवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। और आगे इस मामले की छानबीन करने की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस पदाधिकारी को दी गई है।
सहकारिता मंत्री ने अपने पत्र के जरिये एसएसपी को बताया है कि वह लोकप्रिय जनसेवक हैं वह अपने विधानसभा क्षेत्र से लगातार सात बार विधायक व एक बार सांसद निर्वाचित हो चुके हैं उनकी लोकप्रियता से पूर्व में भी उन पर जानलेवा हमला हो चुका है वह बाल-बाल बचे हैं। इससे संबंधित प्राथमिकी बेलागंज थाने में दर्ज है।इसके अतिरिक्त कई संगठनों द्वारा भी उन्हें जान मारने की धमकी भी दी गयी है. इसकी प्राथमिकी दर्ज है।