Success Story:भाई से मिली देश सेवा करने की प्रेरणा’, अनिरुद्ध यादव को आठवीं रैक,अलीगढ़ से ये बने अफसर
Success Story:सिविल सेवा परीक्षा 2022 में हरियाणा के पूर्व डीजीपी रहे मनोज यादव के बेटा अनिरुद्ध यादव को आठवीं रैंक मिली हैं। मनोज मूल रूप से अकराबाद के रहने वाले हैं। वर्तमान में उनका परिवार दिल्ली में रहता है। वहीं, फ्रेंड्स कालोनी निवासी असद जुबैरी को 86वीं रैंक मिली है।
अनिरुद्ध को आइएएस भाई से मिली प्रेरणा
अनिरुद्ध का जन्म तो चंडीगढ़ में हुआ, मगर स्कूली शिक्षा दिल्ली में हुई है। वर्ष 2018 में आइआइटी दिल्ली से इंजीनियरिंग की। इसके बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी प्रारंभ कर दी। निरंतर चौथे प्रयास में सफलता मिली। पहले प्रयास में इंडियन रेलवे पर्सनल सर्विस में चयन हुए। दूसरे में इंडियन इन्फार्मेशन सर्विस में चयन हुआ। वर्तमान में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। अनिरुद्ध ने बताया कि पिता मनोज यादव वर्तमान में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में डायरेक्टर जनरल (इन्वेस्टिगेशन) हैं। मां बनीता यादव केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय में ग्रेड-1 अधिकारी रही हैं, उन्होंने वीआरएस ले लिया है। अनिरुद्ध के भाई आदित्य विक्रम यादव असोम कैडर 2008 के आइएएस अधिकारी हैं, जो शिव सागर जिले में डीएम के पद पर तैनात हैं।
मां और भाई से मिली सफलता
अनिरुद्ध ने कहा कि मुझे आइएएस अधिकारी बनने की प्रेरणा भाई और मां से मिली। मां का सहयोग बहुत ज्यादा रहा। दोनों ही मुझे भरोसा दिलाते रहे कि सफलता जरूर मिलेगी। 16 से 18 घंटे अध्ययन किया। मेरी सदैव से इच्छी थी कि भाई की तरह आइएएस बनकर देश और समाज की सेवा करूं। सरकार जो भी जिम्मेदारी देगी उसका पूरे दिल और तन्यमता से निर्वाह करूंगा। मेरा मानना है कि व्यक्ति को कभी हार नहीं माननी चाहिए। दृढ़ संकल्प और कठिन परिश्रम से लक्ष्य जरूर पूर्ण होता है। चाचा संजय यादव अवंतिका फेज-1 में रहते हैं, जो उद्यमी हैं।
तीसरे प्रयास में सफलता के शिखर पर पहुंचे असद
सिविल सेवा परीक्षा में 86वीं रैंक पाने वाले असद जुबैरी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) से सेवानिवृत्त सेक्शन आफिसर कौसर जुबैरी के बेटे हैं। सिविल लाइन क्षेत्र की फ्रेंड्स कालोनी में परिवार के साथ रहते हैं। असद ने अवर लेडी फातिमा से हाईस्कूल और 12वीं एएमयू से की। वर्ष 2019 प्रयागराज के एमएनआइईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। प्लेसमेंट होने पर एक वर्ष हीरो मोटो कार्प में नौकरी करने के बाद यूपीएससी की तैयारी प्रारंभ की।
एएमयू में कोचिंग करते हुए पाई सफलता
एएमयू में आरसीए में कोचिंग करते हुए तीसरे प्रयास में यह सफलता प्राप्त की है। मां फसीहा अंजुम गृहणी हैं। असद ने बताया कि दो बार की असफलता के बाद मेरे माता-पिता और दोस्तों ने बहुत प्रोत्साहित किया। मैंने हिम्मत नहीं हारी और अंतत: सफलता मिली। रोजाना आठ से 12 घंटे पढ़ाई के साथ टेस्ट सीरिज से तैयारी की। मैं विदेश सेवा में जाना चाहता हूं। बड़े भाई फहद जुबैरी इंजीनियर हैं। कांग्रेस नेत्री रूही जुबैरी ने असद की सफलता पर बधाई दी है।
प्रशिक्षु एसडीएम रहे अमित गुप्ता को 246वीं रैंक
मालवीय पुस्तकालय में संचालित सेंटर सिविल सर्विसेज मार्गदर्शिका से जुड़े रहे अमित कुमार गुप्ता ने 246 वीं रैंक प्राप्त की है। अमित गुप्ता जिला महाराजगंज में सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के पद पर हैं। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर वर्ष 2021 में एसडीएम के पद पर चयनित हुए। यहां सेंटर के संचालक व तत्कालीन एसडीएम कोल डा. पंकज वर्मा के संपर्क में आए, जो वर्तमान में महाराज गंज में एडीएम हैं। अमित गुप्ता ने अपनी सफलता का श्रेय डा. पंकज वर्मा को दिया है। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना में अमित कुमार महराजगंज में अध्यापन कार्य भी कर रहे हैं।