Success Story:5वें प्रयास में सफल होकर बनीं IPS अफसर, अमेरिका में लाखों की नौकरी छोड़ शुरू की थी UPSC की तैयारी
Success Story: आईपीएस अधिकारी अनुकृति शर्मा हाल के दिनों में खूब चर्चा में रही हैं। उनके काम के बारे में, जिन लोगों ने भी जाना खूब तारीफे की। वजह थी, एक बुर्जुग महिला के घर में बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवाना। बुलंदशहर की 70 साल की नूरजहां के घर में लाइट नहीं थी। न ही वह इतनी सक्षम थी कि अपने घर में कनेक्शन करवा सके। इसी मुश्किल को दूर किया आईपीएस अधिकारी अनुकृति शर्मा ने। वहीं, जैसे इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग आईपीएस अधिकारी की तारीफ करने लगे। चारो ओर सुखिर्या बटोर रही हैं IPS अफसर अनुकृति शर्मा के सफर पर डालते हैं एक नजर।
राजस्थान से ताल्लुक रखती हैं आईपीएस अधिकारी अनुकृति शर्मा
साल 2020 बैच की आईपीएस अधिकारी अनुकृति शर्मा राजस्थान के शहर अजमेर से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां एक शिक्षिका थीं, जबकि उनके पिता सरकारी नौकरी में थे। अनुकृति ने अपनी स्कूली शिक्षा जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल ( Indo Bharat International School) से पूरी की थी। इसके बाद, उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च से बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएसएमएस) (Bachelor of Siddha Medicine and Surgery, BSMS) की डिग्री हासिल की है।
अमेरिका में मिली नौकरी
अनुकृति कॉलेज की पढ़ाई के बाद अमेरिका में पीएचडी करने के लिए सेलेक्शन हो गया था। परिवार वालों की सहमित के बाद वे अपने पति वैभव के साथ अमेरिका पीएचडी करने चली गई। इसी दौरान उन्हें, जॉब भी मिल गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अनुकृति को NASA के साथ वोल्केनो पर रिसर्च करना था। उनकी सैलरी 2600 डॉलर यानी 2 लाख से ज्यादा थी। उनके साथ उनके पति भी इतना ही कमाते थे।
UPSC की शुरू की तैयारी
अच्छी खास जॉब के बावजूद उनका मन भारत में अटका हुआ था। वे समाज के लिए कुछ करना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने वो नौकरी छोड़कर यहां आकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके बाद, अच्छी तरह तैयारी करने के बाद पहली बार परीक्षा दी। अनुकृति ने प्रीलिम्स पास कर लिया, लेकिन मेन्स नहीं निकाल पाईं। दूसरी बार परीक्षा दी तो प्रीलिम्स भी नहीं निकला। इसी तरह तीसरे प्रयास में भी वे सफल नहीं हुई। चौथी कोशिश में अनुकृति की 355वीं रैंक आई। इससे वे खुश नहीं थी। इसलिए उन्होंने फिर एग्जाम दिया। अब पांचवीं बार में वे एक बार फिर सफल हुईं और IPS अफसर बन गईं।”