बिहार में ग्रामीणों ने निकाली बंदर की शवयात्रा,किया हनुमान मंदिर बनाने का संकल्प
बिहार के खगड़िया में शनिवार को एक बंदर की मौत के बाद पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई। रविवार को ग्रामीणों ने पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ बंदर का हिन्दू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इसमें गांव के बूढ़े-बच्चे, युवा और महिलाएं सहित 100 से ज्यादा ग्रामीण शामिल हुए।
मामला जिले के गोगरी प्रखंड स्थित फतेहपुर गांव की है। ग्रामीणों ने बंदर की अर्थी को फूल माला से सजाकर ठेले पर रखकर पूरे गांव का भ्रमण कराया। इसके बाद शव को दफन कर दिया। ग्रामीणों ने अब उक्त स्थान पर हनुमान जी की मंदिर के निर्माण का भी फैसला लिया है।
माहौल ऐसा जैसे घर का कोई सदस्य बिछड़ा हो
शनिवार की देर शाम फतेहपुर गांव के वार्ड संख्या 11 में एक घर के छत से गिरकर बंदर की मौत हो गई। इसके बाद बंदर की शव यात्रा निकालने की तैयारी में लोग जुट गए। ग्रामीण राजेश झा, संतोष मिश्रा, पवन सिंह, आशीष मिश्रा, कैलाश सिंह आदि सहित अन्य लोगों ने इसमें सहयोग किया। फूल-माला और गाजे बाजे का इंतजाम किया गया। अनाज की ढ़ेर के बीच बंदर का शव सजाया गया। शव यात्रा में शामिल लोगों की आंखे इस कदर नम दिखी जैसे परिवार का कोई सदस्य बिछड़ रहा हो।
जय श्रीराम का नारा लगाते हुए लोग शव लेकर गांव के चौराहे पर पहुंचे, जहां पूरे विधि विधान, वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बंदर के शव को भूमि में दफनाया गया। ग्रामीण बताते हैं कि बंदर हनुमान जी का ही रूप हैं। हम सभी उनकी पूजा करते हैं, इसलिए हम लोगों ने दफनाए गए स्थल पर हनुमान जी की मंदिर निर्माण कराने का फैसला लिया है।