बेगूसराय में झाड़-फूंक के चक्कर में डूबा,भगत बनने को लेकर गंगा नदी मे नहाने गया,तलाश में जुटी टीम
बेगूसराय में झाड़-फूंक, अंधविश्वास के चक्कर में एक युवक की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। युवक बीते एक साल से बीमार था। परिवार इलाज कराने की बजाए झाड़-फूंक कराने लगा।
जहां झाड़-फूंक करने वाले भगत ने कहा कि तुम्हारे बेटे पर देवी-देवता मंडरा रहे हैं, भगत बन जाएगा। इसलिए पूजा के बाद गंगा स्नान से वो शुद्ध होगा और ठीक हो जाएगा। अंधविश्वास में युवक गंगा नदी में नहाने गया और डूब गया।
24 घंटे बीत गए हैं लेकिन युवक का शव अभी तक बरामद नहीं हो सका है। मृतक पहचान सहरसा जिले के शिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के बल्थी गांव निवासी दुलारचंद मल्लिक के बेटे दशरथ मल्लिक (30) के रूप में हुई है। फिलहाल SDRF की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही है।
मानसिक रूप से बीमार था युवक
परिजनों ने बताया कि युवक पिछले एक साल से मानसिक रूप से बीमार था। जिसके कारण परिवार के लोग काफी परेशान रहते थे। युवक के माता-पिता पास के गांव के ही एक भगत के चक्कर में पड़ गए।
भगत ने बताया कि आपके बेटे के शरीर पर देवी-देवता की छाया है। आपका बेटा भगत बन जाएगा। इसको ठीक करने के लिए पूजा-पाठ करना होगा। परिजन मान गए, जिसके बाद रविवार की रात को भगत उसके घर पहुंचा और पूरी रात पूजा पाठ की। घर के सदस्यों के साथ दशरथ मल्लिक भी इस पूजा पाठ में मौजूद था।
शुद्ध होने के लिए नहाना होगा- भगत
भगत ने कहा कि अब दशरथ मल्लिक को शुद्ध करने के लिए साहेवपुर कमाल स्थित मुंगेर घाट पर स्नान कराकर गंगा में सतवान करना होगा। फिर सोमवार को उसे गंगा घाट पर भगत अपने सामने ही गंगा में स्नान करने के लिए कहा। दशरथ गंगा में स्नान करने के लिए गया, जैसे ही गंगा में स्नान करने के लिए दशरथ पहुंचा वैसे ही गंगा में परिजनों के सामने ही डूबने लगा। डूबता देख परिजनों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। चिल्लाने की आवाज सुनकर वहां पर मौजूद स्थानीय गोताखोर के द्वारा उसे बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन युवक डूब गया।
आरोपी भगत को पुलिस ने किया गिरफ्तार
फिलहाल इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना साहेवपुर कमाल थाने की पुलिस को दी। मौके पर साहेवपुर कमाल थाने की पुलिस पहुंची और आरोपी भगत को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है। अभी तक युवक का शव बरामद नहीं हो सका।
भगत ने शुद्ध होने के लिए गंगा स्नान करने को कहा था- पिता
दशरथ मलिक के पिता ने बताया कि 1 साल पहले से ही मेरा बेटा दशरथ बीमार था। भगत की देखरेख में कुछ दिनों के लिए उसकी हालत ठीक रही, लेकिन फिर स्थिति पहले जैसी ही हो गई।
अब भगत ने बताया कि आपका बेटा भगत बन गया है। देवी देवता आते हैं। इसको दूर करने के लिए पहले पूजा पाठ करना पड़ेगा। रविवार की रात धूमधाम से पूजा पाठ किया गया। उसके बाद भगत ने कहा कि अब इसे शुद्ध करने के लिए गंगा स्नान करना होगा। सोमवार की सुबह गंगा स्नान करने के लिए मुंगेर गंगा घाट पहुंचा, जहां हादसा हुआ।