Saturday, November 23, 2024
Samastipur

समस्तीपुर;सिकुड़ी बूढी गंडक:5 महीने में हुई मात्रा 58.6 एमएम बारिश,दलसिंहसराय में 23.6 फीट तक नीचे चला गया जलस्तर

समस्तीपुर जिले में पांच महीने में मात्रा 58.6 एमएम बारिश हुई। जिसका नतीजा है कि कई इलाकों में चापाकल ने पानी देना बंद कर दिया। यहां तक की शहर के बीचों बीच से गुजरने वाली बूढी गंडक नदी भी नाले के समान हो गई है। प्रचंड गर्मी से अलग। इन वजहों से शहर समेत ग्रामीण इलाकों में भूगर्भीय जलस्तर औसतन 22-24 फीट नीचे चला गया है। सबसे गंभीर स्थिति दलसिंहसराय, पूसा, मोहनपुर व मोहिउद्दीनगनर प्रखंड की है। मुख्यालय में भी जलस्तर 21.3 फीट नीचे चला गया है। जिससे ऐसे लोगों को परेशानी हो रही है जिनके घरों के आसपास समर सेबल लगा है।

 

 

ऐसे लोगों को पानी के लिए समर सेबल वाले घरों की ओर जाना होता है। पीएचईडी विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में 38 हजार सरकारी चापाकल है। जिसमें से अधिकतर ठीक स्थिति में है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि 3-4 हजार फीट पर चापाकल पानी नहीं दे रहा है। साथ कई चापाकल अलग-अलग कारणों से बंद है। जिले के 1561 वार्ड में नलजल से पानी दिया जा रहा है।

 

 

भूगर्भीय जलस्तर नीचे जाने का कारण

 

पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता चंद्रभूषण प्रसाद बताते हैं कि गत दो सालों से अच्छी बारिश हुई थी, जिसके कारण गत दो सालों से भूगर्भीय जलस्तर में गिरावट नहीं हुई थी। इस वर्ष अब तक बारिश काफी कम हुई है, जिससे जिले का औसतन जलस्तर 20-23 फीट तक नीचे चला गया है। जिससे चापाकल के पानी नही देने की समस्या आ रही है। सबसे गंभीर स्थिति दलसिंहसराय शहरी इलाके की है यहां पानी का जलस्तर 23.6 फीट नीचे चला गया है। अगर जल्द बारिश नहीं हुई तो स्थिति और गंभीर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शहरी इलाके जहां नलजल की स्थिति खराब है वहां पानी टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है।

 

समस्तीपुर जिले में वर्षा की स्थिति

 

जनवरी : 00 फरवरी : 00 मार्च : 19.8 एमएम अप्रैल: 1.4 एमएम मई : 37.4

 

बारिश नहीं होने पर और क्या-क्या होगा

 

कृषि वैज्ञानिक अब्दुल सत्तार ने बताया कि नदी-नालों में पानी नहीं रहने के कारण मेढ़क, केकड़ा, केंचुआ, सिनिपियोड आदि नमी में पनपने वाले कीट व जीवों के नष्ट हो जाने का खतरा है। इन जीवों के नष्ट होने से फसल पर शत्रु कीटों का खतरा बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि जलस्तर में गिरावट से चापाकल सूख जाएंगे । जलस्तर में कमी व बारिश के नहीं होने से मिट्‌टी की उर्वरा शक्ति प्रभावित होगी। जिससे इसका असर खेती के पैदावार पर पड़ेगा।

 

प्रखंडों में जल स्तर की स्थिति

 

विभूतिपुर: 21.1, बिथान: 19.1, दलसिंहसराय : 23.6, हसनपुर: 17.2, कल्याणपुर: 21.8, खानपुर: 20.2, मोहनपुर: 22.2, मोहिउद्ददीननगर: 22, मोरवा: 20.6, पटोरी: 19.4, पूसा: 22.6, रोसड़ा: 18, समस्तीपुर मुख्यालय: 21.3, सरायरंजन: 21, शिवाजीनगर: 19.3, सिंघिया: 19.1, ताजपुर: 20.3, उजियारपुर: 20.10,विद्यापतिनगर: 21.8, वारिसनगर: 21.4 फीट तक नीचे चला गया है।

Kunal Gupta
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