बेगूसराय रोसड़ा एसएच 55 मुख्य पथ पर साइकिल से घर लौट रही निजी स्कूल की शिक्षिका को ट्रक ने कुचला,हुई मौत
बेगूसराय रोसड़ा एसएच 55 मुख्य पथ पर दिनारोज रफ्तार का कहर देखने को मिलता है। इस पथ पर कहीं न कहीं सड़क प्रत्येक दिन दुर्घटना यानी रफ्तार कहर बरपाता ही है। दोपहर खोदावंदपुर थाना क्षेत्र में मुख्य पथ पर तेजगति से दौड़ रहे ट्रक ने कहर बरपाया। इस घटना में एक साइकिल सवार निजी स्कूल की शिक्षिका की मौत हो गयी।
घटना मेंघौल हाईस्कूल चौक पर उस वक्त घटी जब शिक्षिका विद्यालय से कार्य समाप्ति बाद साइकिल से अपने घर लौट रही थी तभी घटना स्थल के समीप पीछे से सरपट दौड़ता चला आ रहा ट्रक ने उसे कुचल दिया। मृतका की पहचान चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी रणवीर कुमार की 35 वर्षीया पत्नी कंचन कुमारी के रूप में की गई है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके वारदात पर दर्जनों लोगों की भीड़ जुट गई। साथ ही कुछ लोग महिला को कुचल कर भाग रहे ट्रक को खदेड़ना शुरू किया तथा चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के सकरौली चौक पर पकड़ लिया। इसी बीच घटना की खबर मृतका के परिजनों को मिली। मृतका के घर मे चीख पुकार मंच गयी । रोते बिलखते भागे भागे परिजन घटना स्थल पर पहुंचे तथा शव के समीप जा चीत्कार मारकर रोने लगी।
मुआवजे देने के आश्वासन बाद जाम हटा आक्रोशित ग्रामीणों ने बेगूसराय रोसड़ा एसएच 55 मुख्य पथ को जाम कर मुवावजे को मांग करने लगा । सड़क हादसे और सड़क जाम की सूचना मिलते ही खोदावंदपुर थानाध्यक्ष सुदिन राम दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच आक्रोशित लोगो को समझाने में जुट गए लेकिन आक्रोशित लोगों ने उनकी एक न सुनी। इसी बीच मौके पर पहुंचे खोदावंदपुर सीओ अमरनाथ चौधरी और मेंघौल पंचायत के मुखिया पुरुषोत्तम सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधि, सामजिक कार्यकर्ताओं से मिलकर थानाध्यक्ष सुदिन राम ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास करने लगे। वहीं सीओ अमरनाथ चौधरी द्वारा पीड़ित परिजन से मिलकर हर सम्भव सरकारी सहायता दिलवाने का आश्वासन दिया गया तब जाकर करीब एक घंटे बाद सड़क जाम खत्म हुआ और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया। गोपालपुर पंचायत के मुखिया आलोक ललन भारती, पंसस चंदन कुमार यादव, राम विलास यादव समेत अन्य सामाजिक सामाजिक कार्यकर्ता सदर अस्पताल पहुंचकर मृतक शिक्षिका के परिजन को ढांढ़स बंधाया।
मुख्य सड़क पर जाम लगने से दोनोें तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी। जिससे यात्री समेत अपने गंतव्य स्थल की ओर जाने वाले छोटे बड़े वाहनों को भारी फजीहतों को सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगोें ने बताया कि मृतका पढ़ने लिखने में काफी तेज थी। वह बीएड और सीटेट करने के बाद सुबह के समय एक निजी स्कूल में शिक्षिका का काम करती थी। जबकि शाम के समय बगल के ही एक निजी कोचिंग संस्थान में खुद तैयारी भी करती थी। मृतका अपने पीछे 13 वर्ष का पुत्र निखिल कुमार और 5 वर्ष की पुत्री लूसी कुमारी को छोड़ गई है।