ग्रीन-वाई प्रोजेक्ट;सीयूएसबी की डॉ. समापिका महापात्रा इटली में आयोजित ग्रीन-वाई प्रोजेक्ट में किया भारत का प्रतिनिधित्व
ग्रीन-वाई प्रोजेक्ट!गया।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के विकास अध्ययन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. समापिका महापात्रा ने इटली के नैप्लस में ग्रीन-वाई (ग्रीन यूथ) अंतर्राष्ट्रीय सहयोगात्मक परियोजना में शामिल हुई है | जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) ने बताया कि यूरोपियन यूनियन के द्वारा प्रायोजित द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय बैठक सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. महापात्रा ने शोध सलाहकार के रूप में भारत के अग्रगामी(एनजीओ का प्रतिनिधित्व किया गया है । यूरोपीय संघ के इरास्मस+ के तहत ग्रीन-वाई परियोजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में डॉ. महापात्रा ने प्रशिक्षिका के रूप में भाग लिया है। डॉ. महापात्रा पिछले एक वर्ष से अग्रगामी के द्वारा संचालित परियोजना से जुड़ी हुई हैं और वे ग्रीन-वाई कार्यक्रम में सहभागिता के लिए चयनित आदिवासी महिला युवा कार्यकर्ताओं जो मूलतः ओडिशा के रायगड़ा जिले में जैविक खेती करने में लगी हुई स्वदेशी किसान हैं को समय-समय पर प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान कर रही हैं |
विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ. महापात्रा ने बताया कि अग्रगामी एकगैर-सरकारी संगठन है जो भारत के अविकसित आदिवासी जिलों में गरीब और पिछड़े समुदायों के विकास के लिए काम कर रहा है।’ग्रीन वाई’ परियोजना का उद्देश्य हरित अर्थव्यवस्था में युवा महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना और उनके उद्यमशीलता कौशल को विकसित करने के लिए यूरोप, लैटिन अमेरिका और एशिया के देशों के बीच सहयोग स्थापित करना है। इस कार्यक्रम में डॉ. महापात्रा की सहभागिता के लिए बीमा सहित यात्रा, भोजन और आवास का खर्च मेजबान देश, इटली द्वारा वहन किया गया है।
इस अंतरराष्ट्रीय बैठक सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में में मेक्सिको, इटली, ग्रीस और भारत के सहयोगी संगठनों के युवा कार्यकर्ताओं और अधिकारियों ने भाग लिया है।कार्यक्रम में भाग लेने वाले देशों के युवा कार्यकर्ताओं को एक सफल हरित उद्यमी बनने के की ट्रेनिंग दी गई है | प्रतिभागियों को लीन स्टार्टअप पद्धति का उपयोग करके अपने संबंधित ‘स्टार्टअप बिजनेस आइडिया’ के एमवीपी न्यूनतम व्यवहार्य उत्पाद को मान्य करने के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है। इटली जाने से पहले इस सहयोगी परियोजना कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ. महापात्रा ने 6 फरवरी 2023 से 20 मार्च 2023 के बीच वेबिनार के माध्यम से ई-लर्निंग प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत की महिला युवा कार्यकर्ताओं की भागीदारी का भी नेतृत्व किया जिसमें सहयोगी देशों क्रमशः ग्रीस, भारत, इटली और मैक्सिको के चयनित युवा कार्यकर्ता ने भाग लिया है।
सीयूएसबी के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह एवं कुलसचिव कर्नल राजीव सिंह ने भी डॉ. महापात्रा को हरित युवा परियोजना में भागीदारी के लिए बधाई देते हुए उनके प्रयासों की सराहना की। विकास अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो. कृष्णन चलिल के साथ प्राध्यापकों और छात्रों ने भी इस सफलता के लिए डॉ. महापात्रा को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष 12 से 19 नवंबर, 2022 तक एथेंस, ग्रीस में आयोजित ‘महिला उद्यमिता विकास’ पर पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. महापात्रा ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था |