वीडियो कॉल पर किराये की नर्स से डॉक्टर करवा रही थी ऑपरेशन,नस कटी और प्रसूता की चली गई जान
वीडियो कॉल। पूर्णिया के एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. इसमें प्रसूता की मौत हो गई. यह मामला सोमवार (5 जून) की रात का है. मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि समर्पण मैटरनिटी एवं शिशु रोग अस्पताल की डॉक्टर खुद बाहर रहने के कारण भाड़े की नर्स द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मदद से प्रसूता का ऑपरेशन करवा रही थी. नतीजा यह हुआ कि प्रसूता ने ऑपरेशन टेबल पर ही दम तोड़ दिया. महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों पर कहर टूट पड़ा. आग बबूला परिजनों ने खूब हंगामा किया.
परिजनों ने जमकर बवाल किया
परिजनों ने अस्पताल के समीप सड़क जामकर जमकर बवाल किया. मृतका की पहचान केनगर थाना क्षेत्र के गंगेली पंचायत के चपई गांव निवासी अभिनंदन गोस्वामी की 22 वर्षीय पत्नी मालती देवी के रूप में की गई है.
इधर हंगामा होता देख अस्पताल के डॉक्टर और कर्मी फरार हो गए. घटना के संबंध में मृतका के भाई विनय कुमार और चचेरे ससुर शशिधर कुमार गिरि ने बताया कि प्रसव पीड़ा उठने के बाद रविवार की देर शाम गंगेली पंचायत के चपई गांव स्थित घर से डिलीवरी के लिए लाइन बाजार स्थित डॉ सीमा कुमारी के अस्पताल लाया गया, उन्हें महिला दलाल पूनम देवी जो खुद को आशा कार्यकर्ता बता रही थी. वही इस अस्पताल तक लेकर आई थी. डिलीवरी की डेट आज से एक सप्ताह बाद की तय थी, लेकिन लेबर पेन होने के कारण सोमवार दोपहर करीब 3 बजे ही प्रसूता को प्रसव कक्ष में ले जाया गया.
रात करीब 10 बजे परिजनों ने प्रसव कक्ष से निकल रहे स्टाफ से पूछा तो उनके द्वारा ऑपरेशन के दौरान नस कट जाने की बात बताई गई. इसके बाद परिवार के कुछ लोग अंदर गए तो महिला मृत पड़ी हुई थी.
अस्पताल संचालिका डॉ सीमा कुमारी पर लगाए आरोप
हालांकि मृतका के दोनों नवजात सलामत थे. शशिधर ने आगे बताया कि जब उन्होंने पता लगाया तो उन्हें पता चला कि प्रसूता का ऑपरेशन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पटना में बैठी अस्पताल संचालिका डॉ सीमा कुमारी ने भाड़े पर नर्स और कंपाउंडर बुलवाकर करवाया है. अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही और नर्स की बेवकूफी महिला के मौत का कारण बनी. वहीं घटना की सूचना मिलते ही सहायक खजांची थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर परिजनों से बातचीत कर मामले को शांत करवाने की कोशिश की.
इस मौके पर पहुंचे जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि कुकुरमुत्ते की तरह आए दिन अस्पताल खुल रहे हैं और लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. उन्होंने पूर्णिया प्रशासन से लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों और कर्मियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है. वहीं प्रशासन द्वारा घोर लापरवाही बरतने वाले हॉस्पिटल को सील करने की कार्रवाई की जा रही है.