Thursday, December 26, 2024
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दरभंगा की अक्षरा का कमाल NEET के बाद JEE Advanced में भी मिली सफलता

दरभंगा: जेईई एडवांस के रिजल्ट में डीएवी पब्लिक स्कूल की छात्रा और सदर प्रखंड के गौसा घाट मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक रमेश साह की पुत्री अक्षरा की दोहरी उपलब्धि शिक्षा के क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रही।

गुवाहाटी परिक्षेत्र के टॉपरों की सूची में प्रथम
अक्षरा का प्रदर्शन कई अर्थों में यादगार रहा। उसने प्रथम प्रयास में ही नीट और जेईई एडवांस के साथ-साथ इस प्रतियोगिता के गुवाहाटी परिक्षेत्र के टॉपरों की सूची में भी अपना नाम प्रथम स्थान पर दर्ज कराया है। अक्षरा का सीआरएल रैंक 1238 है।

अक्षरा इसी वर्ष सीबीएसई से 12 वीं बोर्ड की परीक्षा उतीर्ण की है। 2021 में सीबीएसई बोर्ड से 10 वीं की परीक्षा पास की थी। वह कहती है कि जो प्रश्न करती थी उसमें देखती थी कि कौन-कौन सा टापिक भूल चुकी हूं, जो लगता था कि भूल चुकी हूं, उसको फिर से रिवाइज करती थी।

बोर्ड की परीक्षा में आपने जो किताबें पाठ्यक्रम में पढ़ी हैं, उनसे ही प्रश्न होता है जबकि जेईई एडवांस में हमें सोचना पड़ता है, सीधे फार्मूला रटने से काम नहीं चलता। प्रश्नों की कठिनाई का स्तर काफी अलग और हार्ड होता है। मुख्यत: मैंने जेईई एडवांस की तैयारी की थी। जब पढ़ाई में मन नहीं लगता था तो बायो पढ़ लेती थी। खुद पर विश्वास रखने के साथ तैयारी करने पर सफलता जरूर मिलती है।

ऑनलाइन कोचिंग का लिया सहारा
अक्षरा ने साफ कहा कि उसने बोर्ड सहित नामांकन के लिए प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी को लेकर किसी भी कोचिंग का विधिवत सहारा नहीं लिया। राजकुमारगंज वासी रमेश साह और गृहणी माता विजेता कुमारी की पुत्री अक्षरा लगातार डीएवी पब्लिक स्कूल जैसी प्रतिष्ठित संस्थान की छात्रा रही।

अक्षरा ने यह स्वीकार किया कि कुछ विषयों में तैयारी के लिए उसने ऑनलाइन कोचिंग का सहारा अवश्य लिया था।

इसमें भी वही चैप्टर पढ़ती थी जो स्वाध्याय के समय कभी-कभी समझ में नहीं आते थे। अक्षरा को प्राथमिक कक्षा से ही किसी विषय के प्रति ना कोई लगाव था ना कोई अलगाव था। यही कारण रहा कि उसने गणित और जीव विज्ञान दोनों को समान रूप से समय दिया।

एक समान रुचि से पढ़ना आरंभ किया। जब विषय की समझ आने लगती है तो उसे पढ़ने में भी आनंद मिलता है, यही हाल अक्षरा का हुआ। उसे भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान के साथ गणित में भी इतनी महारत हासिल होती गई।

अक्षरा ने नीट में भी शानदार 610 अंक प्राप्त कर पहले ही अपने लिए डॉक्टर बनने का मार्ग प्रशस्त कर लिया था, लेकिन अब जेईई एडवांस में गुवाहाटी प्रक्षेत्र में टॉप करने के बाद उसकी सोच बदल रही है। उसने कहा कि बेहतर यह होगा कि मैं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में ही चली जाऊं।

अपनी छात्रा की सफलता से गदगद डीएवी पब्लिक स्कूल की प्राचार्य स्निग्धा स्मृति और शिक्षकों ने भी उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है।”

Kunal Gupta
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