टीबी मुक्त पंचायत की परिकल्पना को सुधा ने दी आवाज, जनप्रतिनिधियों का मिलने लगा साथ
सीतामढ़ी।।देश में टीबी उन्मूलन के लिए 2025 का वर्ष निर्धारित है। इसके लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग दोनेां ने अपने प्रयास तेज किए हैं। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर पटना में उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री ने टीबी मुक्त पंचायत की परिकल्पना को साकार करने के लिए टीबी के सक्रिय रोगियों की खोज, निक्षय मित्र बनाने के लिए एक अभियान चलाने को कहा था। जिसे टीबी के लिए समर्पित बेलसंड की एसटीएस सुधा ने मूर्त रूप देना शुरू कर दिया है, जिसकी तारीफ यक्ष्मा के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ बीके मिश्रा ने भी की है। वहीं सुधा के इस प्रयास को जन प्रतिनिधियों का भी साथ तेजी से मिलने लगा है। बकौल सुधा कहती हैं कि यह वर्ष अधिक से अधिक टीबी के सक्रिय मरीजों की खोज और निक्षय मित्र बनाने के लिए संकल्पित रहेगा। उनके इसी प्रयास के तहत दो दिनों में उनका एक दिन टीबी के लिए लोहासी पंचायत में टीबी रोगी खोज के लिए कैंप और अगले ही दिन रविवार को राजपुर पचनौर में मुखिया बबीता देवी को निक्षय मित्र बनने को राजी किया।
टीबी सक्रिय रोगी खोज अभियान को साथ आए जनप्रतिनिधि:
यह सुधा के प्रयास का नतीजा था कि लोहासी पंचायत की मुखिया रेखा देवी, पूर्व मुखिया जगरनाथ राय की अगुआई में करीब 41 ग्रामीणों की टीबी स्क्रीनिंग की गयी। जिसमें 10 लोग संदिग्ध पाए गए। संदिग्ध पाए लोगों के भी रिपोर्ट नेगेटिव आए। सुधा के पंचायत मुक्त अभियान की मुखिया रेखा देवी ने भी प्रशंसा की है।
मुखिया बबीता कुमारी बनी निक्षय मित्र:
राजपुर पचनौर पंचायत की मुखिया बबीता कुमारी ने कहा कि टीबी में पोषण के बिना स्वास्थ्य में सुधार की कल्पना थोड़ी कोरी लगती है। बेलसंड की एसटीएस सुधा जी ने मुझे टीबी बीमारी और निक्षय मित्र बनने की योजना के बारे में बताया और प्रेरित किया। मैं भी कहां चूकने वाली थी। समाज को कुछ देने के अवसर और टीबी उन्मूलन में सहयोग भावना को लेकर मैं रविवार को निक्षय मित्र बन गयी। गोद लिए छह मरीजों में से प्रत्येक मरीज को बबीता कुमारी के द्वारा 5 किलो चावल 5 किलो आटा,1 किलो दाल 30 अंडा 1 किलो सोयाबीन ए एक किलो सरसों तेल एवं आधा केजी हॉर्लिक्स का पैकेट उपलब्ध कराया।