सिमरिया गंगा घाट अब राष्ट्रीय स्तर का पर्यटक स्थल बनेगा,CM ने 115 करोड़ की लागत से बने रिवर फ्रंट का किया शिलान्यास
सिमरिया गंगा घाट ।बेगूसराय का सिमरिया गंगा घाट अब राष्ट्रीय स्तर का पर्यटक स्थल बनेगा। आज गंगा दशहरा के अवसर पर सीएम नीतीश बिहार के सबसे पहले रिवर फ्रंट का शिलान्यास। सिमरिया घाट अब नए रूप में तैयार होकर गेटवे ऑफ मिथिला बनेगा। मार्च में मंत्रिमंडल ने 114.97 करोड़ की लागत से सिमरिया गंगा घाट के विकास को स्वीकृति दी थी। हरिद्वार के हर की पौड़ी की तर्ज पर सिमरिया गंगा तट पर जानकी पौड़ी का निर्माण समेत गंगा तट को विकसित किया जाएगा। इसका एनिमेटेड वीडियो भी सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी किया गया है।
सालों से चल रही प्रक्रिया पूरी
बता दें कि जिलेवासियों द्वारा कई वर्षों से इसकी मांग की जा रही थी। पिछले साल 9 नवंबर को राजकीय कल्पवास मेला के समापन पर सिमरिया आए नीतीश कुमार ने गंगा तट का निरीक्षण कर इसे हरिद्वार के तर्ज पर विकसित करने के लिए योजना बनाने का निर्देश भी दिया था। बीते हफ्ते टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पश्चिम बंगाल की कंपनी जीके झा कन्ट्रक्शन को काम मिला है। 18 माह में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है।
राजेन्द्र पुल से निर्माणाधीन सिक्सलेन सड़क पुल तक 550 मीटर लंबा स्थाई स्नान घाट रिवर फ्रंट का विकास, गंगा महाआरती स्थल, स्नान घाट एवं चेंजिंग रूम , स्नान घाट के समानांतर सुरक्षा व्यवस्था, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप निर्माण, पार्किंग, वाच टावर, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था, लैंडस्केपिंग, शौचालय, धर्मशाला, पाथ वे, प्रकाश की व्यवस्था, कल्पवास मेला क्षेत्र में मिट्टी भराई के अलावे एनएच 31 से सिमरिया गंगा तट तक आवागमन सुगम बनाने के लिए फोरलेन सड़क निर्माण सहित कई महत्वपूर्ण कार्य भी किया जाना है।
करीब 45 मिनट रुके, मीडिया से भी की बात
सीएम सिमरिया में करीब 40 से 45 मिनट रुके। शिलान्यास और भूमि पूजन के अलावे अन्य कार्यक्रम के लिए दस पगोड़ा (स्विस कॉटेज) और करीब दो हजार लोगों के बैठने के लिए पंडाल भी बनाया गया था। जहां पर शिलान्यास के बाद मुख्यमंत्री लोगों को संबोधित कर सकते हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मीडिया ब्रीफिंग भी की।
एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि व्यवस्था ऐसी है कि गंगा दशहरा के अवसर पर स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा भी नहीं हो। श्रद्धालुओं के गंगा स्नान और कार्यक्रम को लेकर अलग-अलग व्यवस्था की गई है। सीएम की सुरक्षा में आठ डीएसपी, 150 पुलिस पदाधिकारी और आठ सौ पुलिसकर्मियों के साथ क्विक रिस्पांस टीम को भी तैनात किया गया है।