Sunday, November 24, 2024
Patna

नवजातो को पोलियो का ड्रॉप पिला कर हुई पांच दिवसीय पल्स पोलियों अभियान की शुरुआत

सासाराम/28 मई। पल्स पोलियों अभियान का शुभारंभ रविवार को सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने नवजात शिशुओं को दो बूंद ज़िन्दगी की पिला कर किया। अभियान की शुरुआत सासाराम ग्रामीण क्षेत्र के तेतरी स्थित आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 181 से बच्चो को पोलियों की खुराक पीला कर उद्घाटन किया गया। ज्ञात हो 8 महीने बाद पोलियो अभियान हो रहा है। इसलिए विशेष ध्यान शहरी मलिन बस्तियों, ईंट भट्टा, घुमंतू बंजारा आबादी तथा उच्च जोखिम समूह पर देना है। पोलियों अभियान का उद्घाटन कर सिविल सर्जन ने कहा कि पिछले कई वर्षों से हमारे देश में पोलियों के एक भी मरीज नही मिले है फिर भी इस बीमारी को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान चलाया जाता है। सिविल सर्जन ने कहा कि पोलियो अभियान में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा हर स्तर पर कार्रवाई निश्चित होगी। पूरे अभियान की समीक्षा प्रत्येक दिन संध्या में की जाएगी एवं डब्लयू एचओ और यूनिसेफ के मॉनिटरिंग फीडबैक के आधार पर सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील किया की पांच साल से कम बच्चो को पोलियों की दो बूंद खुराक जरूर पिलाए। यह अभियान 28 मई से 1 जून तक आयोजित की जाएगी।

4.29 बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने का रखा गया लक्ष्य

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आर के पी साहू ने कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मी शीत श्रृंखला पर विशेष ध्यान देंगे। खसरा – रुबेला उन्मूलन हेतु घर घर भ्रमण के दौरान आवश्यक रूप से पोलियो कर्मी द्वारा ये भी मालूम करना है कि किसी बच्चे को बुखार के साथ शरीर में लाल दा ना यदि हुए हो तो उनकी सूची बनाकर प्रतिवेदन जमा करेंगे। उन्होंने बताया की अभियान के लिए जिले में 5 लाख 57 हजार 70 घरों में 4 लाख 29 हजार 808 बच्चो को पोलियों का दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए तीन हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया है। डीआईओ ने बताया की बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिला कर लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिले के 3388 आंगनवाड़ी केंद्र को सेंटर को चिन्हित गया है। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों, सार्वजनिक जगहों,चौक चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर भी बच्चों को दवा पिलाया जाएगा। अभियान को सफल बनाने के लिए 1216 हाउस टू हाउस टीम का गठन किया गया है, जबकि 177 ट्रांजिट टीम, 47 मोबाइल टीम, 19 वन मैन टीम, 451 सुपरवाइजर तथा 115 सब डिपो बनाए गए हैं।

बैनर पोस्टर के माध्यम से जागरूकता अभियान

यूनिसेफ के एसएम सी असजद इकबाल सागर ने कहा कि अभियान की जागरूकता हेतु बैनर पोस्टर उपलब्ध कराया गया है इसका समुचित उपयोग किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में बहुत नए घर बने है उन सभी घरों में आवश्यक रूप से टीम को विजिट करने हेतु प्रशिक्षित किया गया है।
इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आर के पी साहू, यूनिसेफ के एस एम सी असजद इकबाल सागर, डब्लयू एच ओ के एस एम ओ आफाक आमिर, वी सी सी एम् – यू एन डी पी मोहम्मद हाशिम, सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संतोष कुमार, बी एच एम प्रवीण कुमार, बिसिएम ममता कुमारी, यूनिसेफ के बी एम् सी उमा शंकर, यूनिसेफ के दिवाकर पाठक, पीरामल के अवनीश कुमार, इंद्रजीत, एएनएम मनिता कुमारी, आशाकर्मी रुकमिना देवी, जानकी देवी, आंगनबाड़ी सेविका अंजू देवी, सहायिका जानकी कुंवर सहित अन्य लोग मौजूद थें।

Kunal Gupta
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