गो फर्स्ट की उड़ानें बंद.दूसरी फ्लाइट्स का दोगुना हुआ किराया,बढ़ी भीड़;पटना से दिल्ली जाने के लिए देने होंगे 20 हजार
गो फर्स्ट की उड़ानें बंद।पटना।।गो फर्स्ट एयरलाइंस के दिवालिया होने की वजह से पटना से दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई के लिए इसकी तीन जोड़ी फ्लाइट्स 9 मई तक रद्द कर दी गई हैं। पहले इन फ्लाइट्स को 5 मई तक रद्द किया गया था। आज एयरलाइंस ने फिर से जानकारी दी है कि फ्लाइट्स 9 मई तक रद्द रहेंगी। इन रूट्स पर जाने के लिए करीब 2700 यात्रियों ने बुकिंग करा रखी थी। उनके 1.50 करोड़ रुपए रिफंड होंगे।
फ्लाइट रद्द होने के बाद करीब 70% लोगों ने टूर-ट्रैवल्स और अन्य एजेंसियों से टिकट लिया। ऐसे में इंडिगो, स्पाइसजेट, विस्तारा और एयर इंडिया की फ्लाइट्स में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है। एक ट्रेवल एजेंसी के मैनेजर ने कहा कि गो फर्स्ट की बुकिंग 15 तक बंद हो गई है।
पटना से दिल्ली का किराया करीब ढाई गुना तक बढ़ गया है। शादी के इस पीक सीजन में पटना से दिल्ली का किराया जहां 8 से 10 हजार रुपए रहता है वहीं अब किराया करीब 20 हजार 606 रुपए तक पहुंच गया है। उधर, गो फर्स्ट का दावा है कि 2 मई को ही सभी यात्रियों को सूचना दे दी गई थी कि उड़ान 5 मई तक रद्द रहेगी।
बावजूद इसके बुधवार को गो फर्स्ट से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जाने के लिए यात्री पटना एयरपोर्ट पहुंच गए। जब उन्हें पता लगा कि उड़ानें रद्द हैं तो काउंटर पर हंगामा भी किया। एयरलाइंस ने दूसरे विमान से यात्रियों को भेजने की बात कही है। पटना एयरपोर्ट के पूर्व निदेशक सिविल एविएशन के जानकार अरविंद दुबे ने बताया कि यात्रियों की तादाद बढ़ेगी तो किराया बढ़ेगा ही।
यात्रियों के पैसे लौटाएगा गो एयर
पटना से दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई के लिए जिन यात्रियों ने टिकट लिया था, उनके पैसे लौटाए जाएंगे। जिन्होंने काउंटर या एजेंट से टिकट लिया है उन्हें रिफंड मिलने में समय लगेगा। जिन यात्रियों ने क्रेडिट कार्ड से टिकट लिया है उनके खाते में पैसा रिफंड होगा।
25 ग्राउंडेड विमानों को फिर शुरू करेगा स्पाइस जेट
करियर स्पाइसजेट ने बुधवार को कहा है कि वह 25 ग्राउंडेड विमानों को फिर से बेड़े में शामिल कर रही है। इसके लिए 400 करोड़ रुपए जुटा भी चुकी है।
29 साल में 27 निजी एयरलाइंस बंद
देश में 1994 में निजी एयरलाइन को अनुमति मिली। 29 सालों में 27 एयरलाइन बंद हुईं। ईस्ट वेस्ट ट्रैवल्स पहली एयरलाइन थी, जिसने दो साल बाद ही 1996 में उड़ानें बंद कर दी थीं। 2019 में जेट एयरवेज, 2020 में जेक्सस एयर सर्विसेज, डक्कन चार्टर्ड और एयर ओडिशा एविएशन को उड़ान बंद करनी पड़ी थीं।
इंजन की सप्लाई नहीं होने से कैश की समस्या
इंजन की सप्लाई से जुड़ी समस्या के कारण एयरलाइन इस स्थिति में पहुंची है। एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर प्रैट एंड व्हिटनी (PW) को गो फर्स्ट को इंजन की सप्लाई करनी थी, लेकिन उसने समय पर इसकी सप्लाई नहीं की।
ऐसे में गो फर्स्ट को अपनी प्लीट के आधे से ज्यादा एयरक्राफ्ट ग्राउंडेड करने पड़े। फ्लाइट नहीं उड़ने के कारण उसके पास कैश की कमी हो गई और फ्यूल भरने के लिए भी भी पैसे नहीं बचे। एयरलाइन के A20 नियो एयरक्राफ्ट में इन इंजनों का इस्तेमाल होता है।
गो फर्स्ट के साथ PW के कॉन्ट्रैक्ट में तीन बड़ी शर्तें थी:
विमान का इंजन खराब हो जाता है तो 48 घंटे के भीतर स्पेयर इंजन देना होगा।
फॉल्टी इंजनों की फ्री में रिपेयरिंग करानी होगी क्योंकि सभी इंजन वॉरंटी में हैं।
ग्राउंडेड विमानों के कारण हुए नुकसान का कॉम्पेनसेशन भी देना होगा।
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2020 तक, PW ने समय पर स्पेयर इंजन उपलब्ध कराए, फ्री में रिपेयरिंग की और कॉम्पेनसेशन भी दिया। हालांकि, उसके बाद एयरलाइन को कुछ भी नहीं मिला। सीरियम के आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइन ने पिछले साल मार्च में एक हफ्ते में 2,084 फ्लाइट ऑपरेट की थीं। विमानों के ग्राउंडेड होने के साथ इस साल मार्च तक ये आंकड़ा घटकर 1,642 पर आ गया।
एयरलाइन ने अमेरिका की कोर्ट में याचिका लगाई
इंडियन एविएशन रेगुलेटर के आंकड़ों से पता चलता है कि फ्लाइट के ग्राउंडेड होने के कारण मार्च में गो फर्स्ट की बाजार हिस्सेदारी जनवरी में 8.4% से गिरकर 6.9% हो गई। एयरलाइन ने इसे लेकर अमेरिका की डेलावेयर कोर्ट में पिटीशन भी दाखिल की है। एयरलाइन ने दावा किया है कि अगर इंजनों की जल्द सप्लाई नहीं की गई तो वह दिवालिया हो जाएगी।