Monday, November 25, 2024
Patna

Bageshwar Dham:धीरेंद्र शास्त्री के चार्टर्ड प्लेन के पास उमड़ी भीड़ पर गरमाई राजनीति

Bageshwar Dham:पटना: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने पटना में 13 मई से 17 मई तक श्रद्धालुओं को हनुमत कथा सुनाया. 17 मई की शाम को बागेश्वर धाम के लिए धीरेंद्र शास्त्री रवाना हो गए. धीरेंद्र शास्त्री पटना एयरपोर्ट से चार्टर्ड प्लेन से गए, लेकिन एयरपोर्ट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही. चार्टर्ड प्लेन (Chartered Plane) के पास सैकड़ों की संख्या में समर्थक मौजूद थे, ऐसा लग रहा था कि एयरपोर्ट नहीं बल्कि कोई बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन है. सारे नियमों का उल्लंघन करके श्रद्धालु प्लेन के पास पहुंचे हुए थे. धीरेंद्र शास्त्री को किसी तरह प्लेन में बैठाया गया.अब इसका वीडियो वायरल होने पर राजनीति भी शुरू हो गई है. 

बीजेपी साधु-संतों के नाम पर राजनीति कर रही है- आरजेडी

आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि एयरपोर्ट के अथॉरिटी केंद्र सरकार के अधीन है. सबसे बड़ा सवाल है कि हवाई जहाज के पास इतनी संख्या में लोग कैसे पहुंच गए? एयरपोर्ट अथॉरिटी का सुरक्षा व्यवस्था कहां था? इस पर केंद्र सरकार को जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि संतो के लिए इस तरह की व्यवस्था हैरत की बात है लेकिन बीजेपी साधु-संतों के नाम पर राजनीति कर रही है इसलिए कुछ भी संभव है.

प्रोटोकॉल का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन- जेडीयू

वहीं, जेडीयू के प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि बिहार सरकार ने धीरेंद्र शास्त्री के प्रवचन में सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया, लेकिन एयरपोर्ट अथॉरिटी केंद्र सरकार के जिम्मे है. एयरपोर्ट पर वोट की राजनीति में प्रोटोकॉल का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन देखा गया. जिस तरह से भीड़ देखी जा रही थी, वैसे तो ट्रेन और बसों के पास भी नहीं होती है, लेकिन बीजेपी बाबा के नाम पर राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि साधु-संतों को स्पेशल प्लेन पर ले जाना एक बड़ा सवाल है. बीजेपी साधु-संतों के नाम पर ही राजनीति करती है इसलिए उन्हें चार्टर्ड प्लेन में ले जाया गया.

यह भीड़ नहीं एक श्रद्धा है- बीजेपी

वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री के आने से पूरा बिहार सनातनी हो गया है और लोगों की आस्था बाबा धीरेंद्र शास्त्री में थी. उनका एक झलक पाने और आशीर्वाद लेने के लिए लोगों का हुजूम था, इसलिए बाबा भी उन्हें रोक नहीं पाए. यह भीड़ नहीं एक श्रद्धा है. श्रद्धा के साथ लोग बाबा को देखने के लिए गए हुए थे. वैसे स्टेट हैंगर में कई लोग आते जाते रहते हैं.

Kunal Gupta
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