12 पूर्व IPS अधिकारी ने जन सुराज को बताया बिहार में व्यवस्था परिवर्तन की नई उम्मीद
जन सुराज अभियान का कारवां लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रशांत किशोर के नेतृत्व में जन सुराज अभियान से समाज के हर वर्ग के लोग जुड़ रहे हैं। 7 मई 2023 को पटना स्थित जन सुराज कार्यालय में 12 भारतीय पुलिस सेवा से सेवानिवृत अधिकारी जन सुराज के साथ औपचारिक तौर पर जुड़े। स्वतंत्रता सेनानी और गांधीवादी नेता लक्ष्मण देव सिंह ने सभी सेवानिवृत अधिकारियों को शॉल ओढ़ाकर और बुके देकर जन सुराज परिवार में शामिल कराया। मुजफ्फरपुर के रहने वाले लक्ष्मण देव सिंह जन सुराज अभियान में प्रशांत किशोर के साथ शुरुआत से जुड़े हैं।
आजादी का असली मकसद तब पूरा होगा जब भारत के गांव का ग्राम गणतंत्र बनेगा: लक्षण देव सिंह।
जन सुराज अभियान में 12 पूर्व IPS अधिकारियों के जुड़ने के मौके पर स्वतंत्रता व जेपी सेनानी लक्षण देव सिंह ने बताया कि महात्मा गांधी ने कहा था कि देश में आजादी का असली मकसद तब पूरा होगा जब भारत के 7 लाख गांव का ग्राम गणतंत्र बनेगा और सारे सूत्र संचालन आम लोगों के हाथ में आएंगे। महात्मा गांधी का सपना था कि हमें ऐसी शासन व्यवस्था बनानी है जहां गांव मजबूत हो और सरकार उससे कमजोर होगी। जन सुराज से जुड़ रहे सभी पूर्व IPS अधिकारियों को माल्यार्पण और अंग वस्त्र देकर सबको जन सुराज परिवार में शामिल कराया और आने वाले भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
परिवारवाद और दल के चक्कर में जनता के लिए जो सुराज लाने की बात थी, वो आज तक जमीन पर नहीं दिखा जो देखना मेरा सपना था: अनिल कुमार।
सेवानिवृत IPS अधिकारी अनिल कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज कल लोग नेतागिरी के नाम पर स्टंट कर रहे हैं। आज राजनीति का मतलब करप्शन हो गया है। मेरा सपना बचपन से था कि राजनीति में ऐसे ईमानदार लोग आते जो देश के लिए ईमानदारी से अपने काम का निर्वाह करते। आज कुछ लोग राजनीति परिवारवाद या दल बनाकर कर रहे हैं। जनता के लिए जो सुराज लाने की बात थी, वो आज तक जमीन पर नहीं दिखा जो देखना मेरा सपना था। जन सुराज के माध्यम से हम उसी सपने को साकार करने के लिए प्रशांत किशोर के साथ जुड़े हैं।
जन सुराज से जुड़ कर मैं काम कर रहा हूं, ये मेरे लिए सपनों जैसा है: संत कुमार पासवान।
जन सुराज से जुड़ने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व DGP संत कुमार पासवान ने बताया कि जन सुराज से जुड़ कर मैं काम कर रहा हूं वो मेरे लिए सपनों के जैसा है। यह ऐसा सपना है जिसे मैं जग कर देख रहा हूं। संत कुमार पासवान ने बताया कि मैं जिस समाज से आता हूं वहां इंजीनियरिंग करना सपनों के जैसा था। मैंने मेहनत कर अपनी इंजीनियरिंग की इसके बाद पुलिस सेवा के लिए चयनित हुआ। मैं जन सुराज से जुड़कर प्रशांत किशोर के देखे गए सपनों को पूरा करना चाहता हूं और उनके साथ हूं।
गांधी के सपनों का भारत बनाने के लिए संकल्पित है जन सुराज अभियान: राकेश कुमार मिश्रा।
जन सुराज से जुड़ने के बाद राकेश मिश्रा ने कहा कि मीडिया के मन में एक सवाल उठ रहा होगा कि सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों को जोड़कर जन सुराज क्या साबित करना चाहता है? मैं आपको याद दिला देता हूं कि जब भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत हुई थी तो उसमें जुड़ने वाले आम लोगों के साथ प्रबुद्ध लोग भी थे। उनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय पुलिस सेवा के लोग भी थे। आज आजादी के बाद पुनः प्रबुद्ध लोगों को जोड़कर इनके अनुभवों का लाभ उठाकर व्यवस्था परिवर्तन का प्रयास करना है। गांधी जी के सपनों के भारत को बनाने के लिए जन सुराज संकल्पित है, और इन अधिकारियों के साथ मिलकर बिहार में व्यवस्था परिवर्तन का काम किया जाएगा।
जन सुराज अभियान से जुड़ने पर पूर्व नौकरशाहों ने क्या कहा।
जन सुराज में शामिल होने वाले पूर्व पुलिस अधिकारियों ने जुड़ने के बाद मीडिया से बातचीत की। अशोक कुमार सिंह ने कहा कि संविधान ने सरकारों को जो काम दिया है आज सरकार उन मूलभूत काम को भी नहीं कर पा रही है। जन सुराज अभियान के माध्यम से प्रशांत किशोर बिहार के लोगों को सरकार के मूलभूत कामों के बारे में बता रहे हैं। पूर्व पुलिस महानिरीक्षक जितेंद्र मिश्रा ने कहा कि पुलिस सेवा के दौरान से समाज में गरीब और शिक्षा से वंचित लोगों को पढ़ाया है। जिन जिन जिलों जिलों में सेवा देने का मौका मिल वहां मैंने बच्चों को पढ़ाया है। समाज सेवा मेरा निजी स्वभाव है। पूर्व पुलिस उप महानिरीक्षक के. बी. सिंह ने कहा कि बिहार की स्थिति अभी तक किसी से छिपी नहीं है। जो राजनीति में आता है वो अपने घर को भरने में लग जाता है। लेकिन जन सुराज अभियान नई व्यवस्था को स्थापित करने का नाम है बाकी अन्य पुलिस अधिकारियों ने भी इन सभी की बातों में सहमति दर्ज की और जन सुराज अभियान और प्रशांत के साथ जुड़कर खुशी जाहिर की।
जन सुराज अभियान में जुड़ने वाले सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों का विवरण।
जितेंद्र मिश्रा (समस्तीपुर) – सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक (IG) होम गार्ड, 2004 इंडियन पुलिस सर्विस बैच
एस.के. पासवान (वैशाली) – सेवानिवृत महानिदेशक (DG), 1979 इंडियन पुलिस सर्विस बैच
के. बी. सिंह (सारण) – सेवानिवृत पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) संचार, 1983 इंडियन पुलिस सर्विस बैच
उमेश सिंह (बेगूसराय) – सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक (IG Vigilance), 1984 इंडियन पुलिस सर्विस बैच
अनिल सिंह (सुपौल) – सेवानिवृत पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) मुजफ्फरपुर, 2002 इंडियन पुलिस सर्विस बैच
शिवा कुमार झा (सुपौल) – सेवानिवृत पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) इकोनॉमिक्स अफेयर, 2004
इंडियन पुलिस सर्विस बैच
अशोक कुमार सिंह (सिवान) – सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक (IG), 1980 बिहार लोक सेवा आयोग बैच, 1999 इंडियन पुलिस सर्विस बैच
राकेश कुमार मिश्रा (सहरसा) – सेवानिवृत महानिदेशक (DG), 1986 इंडियन पुलिस सर्विस बैच
सी.पी. किरण (पटना) – सेवानिवृत IPS
मो. रहमान मोमिन (भोजपुर) – सेवानिवृत IPS
शंकर झा – सेवानिवृत IPS
दिलीप मिश्रा – सेवानिवृत IPS