रेलवे मलामाल,जनता परेशान ;33 सवारी ट्रेनों में स्पेशल ट्रेन का किराया:कोरोना खत्म फिर भी सवारी ट्रेनों में छोटी दूरी का किराया नहीं घटा
समस्तीपुर.समस्तीपुर में कोरोना की लहर खत्म हो गई है। एक्सप्रेस ट्रेनों से कोविड स्पेशल ट्रेन की बोर्ड हटा ली गई । लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों को किराये में राहत भी दी गई, लेकिन अभी भी समस्तीपुर जंक्शन से खुलने वाली अप-डाउन की 36 सवारी ट्रेनों में से 33 सवारी ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों से स्पेशल ट्रेन का ही किराया वसूल किया जाता है।
इससे इन स्पेशल ट्रेनों से सफर करने वाले दैनिक यात्रियों को छोटी दूरी के लिए भी कम से कम 30 रुपए किराया देना पड़ता है। जबकि पूर्व में उक्त ट्रेनों में सफर के लिए छोटी दूरी यानी 0-30 किलोमीटर के लिए मात्र 10 रुपए किराया देना पड़ता था। रेलवे की इस दोहरी नीति के कारण यात्रियों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही। समस्तीपुर रेल मंडल दैनिक यात्री संघ अब आंदोलन के मूड में है।
समस्तीपुर स्टेशन के टिकट काउंटर पर भीड़
करीब 20 हजार यात्री अप डाउन में करते रोज सफर
छोटी दूरी पर निकाले गए एक आकलन के अनुसार स्थानीय जंक्शन से रोज औसतन 20 हजार दैनिक यात्री सफर करते हैं। इसके लिए पूर्व में उन्हें 2 लाख किराया देना होता था। अब उन्हें 6 लाख रुपए देना पड़ रहा है यानी इस हिसाब से रेलवे रोज यात्रियों से करीब 4 लाख रुपए अतिरिक्त किराया वसूल रहा है।
हालांकि रेलवे अधिकारियों का कहना है कि किस ट्रेन का कितना किराया होगा यह रेलवे बोर्ड तय करती है। इस लिए इस मुद्दे पर वह कुछ नहीं बोल सकते। सहरसा रूट पर सात जोड़ी सवारी गाड़ी, सिर्फ दो जोड़ी में छोटी दूरी के लिए 10 रुपए किराया
समस्तीपुर- खगड़िया खंड पर ट्रेन पकड़ने जाते यात्री
समस्तीपुर – सहरसा रूट पर रोजाना सात जोड़ी सवारी गाड़ी चलती है। लेकिन इस रूट के मात्र दो जाड़ी सवारी गाड़ी में ही छोटी दूरी के लिए 10 रुपए किराया लिया जाता है। शेष पांच जोड़ी ट्रेनों में छोटी दूरी के लिए कम से कम 30 रुपए किराया लिया जाता है।
इस रूट की शाम 4.14 बजे समस्तीपुर से सहरसा के लिए खुलने वाली 05278 सवारी गाड़ी व रात 22.55 में सहरसा के लिए खुलने वाली 05276 सवारी गाड़ी में छोटी दूरी के लिए 10 रुपए किराया लिया जाता है। शेष सुबह 7.35 में खुलने वाली अप 05244, दोपहर 1.30 में खुलने वाली 05292, शाम 4.05 बजे खुलने वाली 05278, शाम 4.05 बजे खुलने वाली 05222 व संध्या 6.10 में खुलने वाली 05276 सवारी गाड़ी में छोटी दूरी के लिए कम से कम 30 रुपए किराया देना होता है।
जबकि डाउन सवारी गाड़ी 05243,05291, 05221 में भी किराया 30 रुपए लगता है। समस्तीपुर- मुजफ्फरपुर रूट पर दो सवारी गाड़ी है लेकिन सभी का किया छोटी दूरी के लिए 30 रुपए। रेलवे सूत्रो ने बताया कि समस्तीपुर- मुजफ्फरपुर रूट पर सुबह 4.45 बजे 05595 सवारी गाड़ी, सुबह 6.33 बजे 05255 सवारी गाड़ी स्पेशल बना कर चलाया जाता है।
समस्तीपुर-दरभंगा रूट पर 6 जोड़ी ट्रेन, एक को छोड़ सभी स्पेशल
समस्तीपुर- दरभंगा रूट पर अप-डाउन मिलाकर- 6 जोड़ी सवारी गाड़ी है यानी 12 ट्रेन लेकिन मात्र समस्तीपुर दोपहर दो बजे दरभंगा के लिए खुलने वाली सवारी गाड़ी 05593 में छोटी दूरी के लिए किराया 10 रुपए का प्रावधान है। जबकि शेष पांच जोड़ी सवारी गाड़ी में छोटी दूरी के लिए 30 रुपए किराया का प्रावधान है।
समस्तीपुर – बरौनी रूट पर तीन जोड़ी सवारी गाड़ी, सभी स्पेशल ही हैं
रेलवे सूत्रों ने बताया कि समस्तीपुर मुजफ्फरपुर रूट पर तीन जोड़ी सवारी गाड़ी सुबह 5. 10 बजे 03316, दोपहर 12.55 बजे 05264 व शात 8.10 बजे 05502 सवारी गाड़ी खुलती है सभी का किराया छोटी दूरी के लिए 30 रुपए वसूल किया जाता है।
छह माह पूर्व एक्सप्रेस ट्रेनों से हटा लिया गया था कोरोना स्पेशल ट्रेन का बोर्ड
कोरोना शांत होने व यात्रियों के विरोध को देखते हुए रेलवे ने गत वर्ष लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों से कोरोना स्पेशल ट्रेन का बोर्ड हटा लिया था। जिससे यात्रियों को अतिरिक्त किराया देने से आजादी मिली थी। लेकिन स्टेशन से खुलने वाली मात्र तीन सवारी ट्रेनों से ही कोविड स्पेशल का बोर्ड हटाया गया। शेष सभी ट्रेनें सवारी होते हुए स्पेशल ट्रेन रूप में चल रही है जिससे यात्रियों को एक्सप्रेस का किराया वसूल किया जा रहा है। कोरोना काल समाप्त होने के बाद यात्रियों को उम्मीद जगी थी कि अब रेल सेवा शुरू होने से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन रेलवे ने अभी तक राहत नहीं दिया है।
पुराना भाड़ा शुरू किया जाए
एक्सप्रेस ट्रेनों की तरह सवारी ट्रेनों पर से स्पेशल ट्रेन का बोर्ड हटा लिया गया है ताे किराया भी समान्य किया लाय। छोटी दूरी के लिए कम से कम 30 रुपए किराये से गरीब लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। किराये को लेकर अब दैनिक यात्री संघ आंदोलन के मूड में है। – राकेश तिवारी, सचिव दैनिक यात्री संघ
पॉलिसी मैटर है भाड़ा का मामला
किसी भी ट्रेन में किराये का निर्धारण रेलवे बोर्ड करती है। यह पॉलिसी मैटर है।इस मुद्दे पर कुछ नहीं कह सकते। भाड़ा बढाया जाना व कम करना बोर्ड ही तय करती है। मंडल स्तर पर इसमें कुछ नहीं होता। डीआरएम ने कहा कि वैसे यह किराया सड़क मार्ग से काफी कम है। बावजूद लोग टिकट लेकर चलने में आना कानी करते हैं। लोगों को टिकट लेकर ही सफर करना चाहिए। आलोक अग्रवाल , डीआरएम