Bihar पुलिस ने डंडा मारकर बाइक सवार की फोड़ दी आंख, हुआ सस्पेंड
Bihar के भागलपुर में 80 के दशक अंखफोड़वा कांड सामने आया था. तब पुलिस ने अंडर ट्रायल 33 आरोपियों की आंख फोड़कर उन्हें अंधा बना दिया था. इस घटना को लेकर भारी बवाल मचा था. उस दौरान घटना ने आम लोगों को झकझोर कर रख दिया था. एक बार फिर बिहार में अंखफोड़वा कांड सामने आया है. पुलिस की पिटाई की वजह से एक शख्स को अपनी आंख गवानी पड़ी है.
मामला वैशाली जिले के बिदुपुर थाने का है. जानकारी के मुताबिक, 10 अप्रैल को हाजीपुर जंदाहा स्टेट हाइवे पर पुलिस बैरिकेट लगाकर जांच कर रही थी. इस दौरान सूरज नाम का युवक अपने भाई के बाइक पर सवार होकर गुजर रहा था. बैरिकेट के पास तैनात पुलिसकर्मी ने बाइक रोकने के लिए कहा और बाइक पर डंडा चला दिया. पुलिस का डंडा सीधे युवक की आंख पर जा लगा.
लोगों ने हंगामा कर सड़क किया जाम
इसके बाद सूरज की आंख से खून निकलने लगा और वह मौके पर ही बेहोश हो गया. यह देखकर स्थानीय लोग पुलिस पर भड़क गए और मौके पर हंगामा करने लगे. इसके बाद सड़क को जाम कर दिया. इसी बीच कुछ लोगों ने सूरज को आनन-फानन में हाजीपुर सदर अस्पताल लेकर गए. वहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद कहा कि मरीज के आंखों की रोशनी चली गई है.
पुलिस ने सोशल मीडिया पर दी सफाई
वहीं, सूरज की बहन खुशबू कुमारी ने बताया कि मेरा भाई बाइक से जा रहा था. उसके पास हेलमेट-कागज सब था. एक पुलिसवाले भाई को रोका और दूसरे ने डंडा चला दिया. उससे भाई की आंख फूट गई. पुलिस चाहती, तो फाइन कर सकती थी. पुलिस को मारना नहीं चाहिए था.
वहीं, वैशाली पुलिस ने अपने सोशल मीडिया पेज पर मामले को लेकर सफाई दी है. साथ ही आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है. इसके जरिये पुलिस लोगों के गुस्से को शांत करने की कोशिश कर रही है.
पुलिसकर्मी की लापरवाही पर हो रही कार्रवाई- एसडीपीओ
मामले में एसडीपीओ ओम प्रकाश ने बताया, “बैरिकेट लगाकर पुलिस गाड़ी की चेकिंग कर रही थी. इस दौरान पुलिसकर्मी ने एक युवक को रोका. नहीं रुकने पर पुलिस ने डंडा चलाया, जिससे युवक के आंख में चोट लग गई. उसका इलाज चल रहा है. हम मामले को देख रहे हैं. पुलिसकर्मी की लापरवाही पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.”