Saturday, November 16, 2024
Patna

17 पुलिसकर्मी सस्पेंड,न्यायिक आयोग करेगा अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच,जानें पूरा घटनाक्रम

पटना: माफिया डॉन अतीक अहमद और अशरफ की गोलियों से भूनकर उस समय हत्या कर दी गई, जब उनका मेडिकल कराने के लिए प्रयागराज के मंडलीय चिकित्सालय लाया गया था. अतीक अहमद और अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे, इस बीच तीन हमलावरों ने उन पर फायरिंग करनी शुरू कर दी और दोनों को वहीं ढेर कर दिया. स्थानीय पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है.

 

उधर, अतीक अहमद की सुरक्षा में चूक और उसकी हत्या की वारदात से प्रदेश की राजनीति गरमा गई. मामले की नजाकत को समझते हुए आनन फानन सीएम योगी ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई और घटना की जांच 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का आदेश जारी कर दिया. सुरक्षा में चूक को देखते हुए अतीक अहमद की सुरक्षा में तैनात सभी 17 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और प्रदेश के सभी जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है. प्रयागराज में अतिरिक्त एहतियात बरती जा रही है और आसपास के जिलों की पुलिस फोर्स को प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है. प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस को गश्त पर लगा दिया गया है. आइए 10 प्वाइंट में जानते हैं अतीक अहमद और अशरफ की हत्या और उसके बाद के घटनाक्रम के बारे में-

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद सुरक्षा में तैनात सभी 17 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है. घटनास्थल से वारदात के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हत्याकांड में कथित तौर पर सन्नी, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या का नाम सामने आ रहा है.

अतीक अहमद और अशरफ की हत्याकांड का सीएम योगी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाई और मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का आदेश दे दिया.

यूपी के प्रयागराज में जहां अतीक अहमद और अशरफ को मारा गया, वहां हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. स्वाट कमांडो के अलावा पीएसी, आरएएफ की तैनाती की गई है. आसपास के पुलिस फोर्स को वहां पहुंचने को कहा गया है. संवदेनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है.
अतीक और अशरफ की हत्या पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, प्रदेश में अपराध चरम पर है और अपराधियों के हौसले बुलंद है. सुरक्षाघेरे में जब लोग सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता का क्या होगा. इससे जनता में भय का माहौल है और कुछ लोग जान-बूझकर ऐसा माहौल बनाए रखना चाहते हैं.

प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने कहा, कानून व्यवस्था सामान्य है और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है. शूटर मीडियाकर्मी के रूप में आए थे और बाइट लेने की कोशिश में उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दी, जिसमें अतीक अहमद और अशरफ मारे गए. उधर, एडीजी लाॅ एंड आॅर्डर प्रशांत कुमार ने यूपी पुलिस को अलर्ट पर रहने को कहा है.
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रयागराज की वारदात पर कहा, अतीक और अशरफ की हत्या योगी सरकार की सबसे बड़ी विफलता का आदर्श उदाहरण है. इस हत्या के जिम्मेदार वे लोग भी हैं, जो एनकाउंटर राज का जश्न मनाते हैं.
बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा, यूपी पुलिस को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल होते देखना दुखद है. इस हत्याकांड ने राज्य सरकार की सत्ता को चुनौती दी है. यह शुद्ध अराजकतावाद है.

 

अतीक और अशरफ की हत्या के बाद यूपी के सभी जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है. सभी बड़े और संवेदनशील शहरों में पुलिस और पीएसी के जवान गश्त कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी का कहना है, यह यूपी की कानून व्यवस्था के हालात को दर्शाता है. यह कोई बड़ी साजिश लगती है. इसकी पूरी न्यायिक जांच होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की भी मांग की.
योगी सरकार के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा, जब अपराध अपने चरम पर पहुंच जाता है…. यह प्रकृति का निर्णय है.
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद कानपुर में आतिशबाजी की गई. बीजेपी के युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने विष्णुपुरी में जमकर आतिशबाजी की और जयश्री राम के नारे लगाए.

Kunal Gupta
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