ट्रेन में लोगों को कंगाल बना देते थे ये प्रेमी जोड़े, करतूत का खुलासा,चार गिरफ्तार
Hajipur Zeher Khurani Gang:हाजीपुर: बिहार के हाजीपुर (Hajipur) में प्रेमी जोड़े की शर्मनाक करतूत का खुलासा हुआ है. ये लोग चलती ट्रेन (Train), बस (Bus) और टैंपू (Tempo) में लोगों को नशा खिलाकर लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते थे. पुलिस (Bihar Police) ने शातिर गैंग से जुड़े प्रेमी-प्रेमिका और प्रेमी की मां के साथ भाई को गिरफ्तार किया है. रविवार (26 मार्च) को एसपी मनीष कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले की जानकारी दी.
इन लुटेरों ने हाजीपुर पुलिस की नाक में दम कर रखा था. नशा खुरानी की वारदात को अंजाम देने वाला ये गैंग दर्जनों घटना को अंजाम दे चुका है. पुलिस ने इन शातिरों को नौ स्मार्ट फोन और 90 नशे की गोलियों के साथ रंगे हाथों पकड़ा है.
लंबी जद्दोजहद के बाद मिली सफलता
दरअसल, हाजीपुर में हाल के दिनों में कई थानों में नशा खुरानी की शिकार हुए व्यक्ति की प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसमें पुलिस गैंग को पकड़ने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थी, लेकिन शातिर गैंग पुलिस के हाथ नहीं लग रहा था. वैशाली पुलिस कप्तान के आदेश पर एक विशेष छापेमारी टीम बनाई गई थी. लंबी जद्दोजहद के बाद नशा खुरानी गैंग को पकड़ने में कामयाबी हाथ लगी है.
लोगों को भरोसे में लेकर बनाते थे शिकार
प्रेमिका अनीता, प्रेमी जाहिद अपनी मां साहिनी खातून और भाई शाहिद के साथ मिलकर एक फैमिली की तरह ट्रेन में सफर करते थे. ये लोग ट्रेन में, बस में और टैंपू में सफर करते थे. इस दौरान लोगों को बहलाकर नजदीकी रिश्ते बना लेते थे और मौका मिलते ही नशे की गोली और नशीले पदार्थ से तर हुए रुमाल झाड़ कर भोले-भाले यात्रियों से मोबाइल, पर्स, सोने के जेवरात और सामान लूट लेते थे. इसके बाद बेहोशी की हालत में यात्री को सड़क किनारे छोड़कर फरार हो जाते थे.
बताया गया कि ये दर्जनों घटना को अंजाम दे चुके हैं. लिहाजा, पुलिस इनको गिरफ्तार करने के लिए जुटी हुई थी. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि प्रेमिका के इशारे पर प्रेमी अपनी मां और भाई के साथ मिलकर नशा खुरानी का गैंग चलाते थे. दरअसल, इनका पेशा लोगों को नशा खिलाकर लूटपाट करना था. प्रेमी प्रेमिका सहित चार नशा खुरानी गैंग को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और पुलिस इस मामले में कार्रवाई में जुट गई है.
पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार
वैशाली जिले के एसपी मनीष कुमार ने बताया कि सभी एक फैमिली की तरह ट्रेन में सफर करते थे. लोगों को यह एहसास कराते थे कि हम भी यात्री हैं और उनके साथ मिलजुल कर मौका देखते ही नशीला पदार्थ खिलाकर कैस, सोने के जेवरात, सभी लूट कर भाग जाते थे. इससे संबंधित कई मामले कई थानों में दर्ज की गई थी. लिहाजा, उसे पकड़ने के लिए एक विशेष पुलिस छापेमारी टीम बनाई गई थी. इसी दरमियान इस गिरोह को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में और जानकारी जुटा रहे हैं.