समस्तीपुर;मोहिउद्दीननगर के हिमांशु की आवाज के कायल हैं लोग,सिंगर बनकर बॉलीवुड में काम करने का है सपना
समस्तीपुर के अमरजीत जैकर के गाने सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इसके बाद जैकर बॉलीवुड पहुंच गए हैं। वहीं, उन्हीं के जिले से हिमांशु यादव(28) भी अपने गाने से धूम मचा रहा है।हिमांशु के “लाई भी न गई , तेनी भाई भी न गई” गीत को काफी पंसद किया जा रहा है। वह पटोरी अनुमंडल के ही मोहिउद्दीननगर प्रखंड के बरमैया गांव का रहने वाला है। समस्तीपुर के नए टैलेंट हिमांशु यादव ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की।
बचपन में ही पिता का साया उठ गया था
हिमांशु यादव ने बताया बचपन में उसके सिर पर से पिता का साया उठ गया था। पिता भागवत राय का निधन हो गया था। उनकी माता लल्ली देवी पेशे से शिक्षिका हैं। उन्होंने ही घर संभाला। अब वह रिटायर हो चुकी हैं। इंटर करने के बाद हिमांशु ने संगीत में स्नातक किया है ।
घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए वह दिल्ली के एक निजी विद्यालय में संगीत शिक्षक के रूप में कार्य करते हैं । इसके बावजूद उन्होंने अपनी आवाज को दबने नहीं दिया। हमेशा सोशल मीडिया और यूट्यूब पर एक्टिव रहें। इससे लोग उनके गानों को काफी पसंद कर रहे हैं। हिमांशु दिल्ली में रहते हैं। जबकि, पत्नी चांदनी देवी, बेटी मान्वी गांव में घर पर रहती है।
पारिवारिक दबाव नहीं था
हिमांशु ने बताया कि हर मां-बाप की इच्छा होती है कि उनका बच्चा आईएएस और आईपीएस बनें। लेकिन, उसके ऊपर यह दबाव नहीं था। परिवार के लोग हमेशा से प्रोत्साहित किया है। चार भाई में हिमांशु सबसे छोटा है। बड़े भाई राजीव राय की मौत हो चुकी है। जबकि संजीव कुमार यादव और बबलू कुमार राय गांव में ही खेती बारी करते हैं। दो बहन नीलोत्मा कुमारी और अर्चना की शादी हो चुकी है।
रोज हारमोनियम पर करते हैं रियाज
हिमांशु बताते हैं कि अति व्यस्त लाइफ होने के बावजूद वह रोजाना 1 घंटे तक हारमोनियम पर रियाज करते हैं। रोज अपने सोशल मीडिया फेसबुक पेज पर लोगों को नया-नया गाना बनाकर डालते हैं। फेसबुक पर इनके व्यूर काफी अधिक हैं। वह संगीत की दुनिया में अपनी आवाज के बल पर काफी कुछ करना चाहते हैं।