Sunday, November 24, 2024
Patna

गर्भवती भाभी को परेशान किया जा रहा,ईडी की छापेमारी पर तेजस्वी की बहन रोहिणी भड़कीं

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सिंगापुर में रहने वाली बेटी रोहिणी आचार्य उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिल्ली आवास सहित परिवार के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही छापेमारी से बेहद नाराज हैं. उन्होंने तेजस्वी के दिल्ली आवास पर तलाशी लेने की जरूरत पर सवाल उठाया. सोशल मीडिया पर भड़ास निकालते हुए कहा कि तेजस्वी की गर्भवती पत्नी राजश्री को टॉर्चर किया गया. अब यह सब बर्दाश्त से बाहर है.

गर्भवती भाभी ने क्या गुनाह किया है- रोहिणी

रोहिणी आचार्य ने ट्वीट में कहा “यह अन्याय हम याद रखेंगे. सब याद रखा जाएगा. बहन के छोटे-छोटे बच्चों ने क्या गुनाह किया है? गर्भवती भाभी ने क्या गुनाह किया है? क्यों सबको टॉर्चर किया जा रहा है? उन्हें टॉर्चर करने का पाप तुम लोगों को लगेगा. कंस ने भी गर्ववती माता का अपमान किया था फिर क्या हुआ कंस का याद तो होगा ही?”

 

आगे कहा, “आज सुबह से सबको टॉर्चर किया जा रहा है. इन लोगों का गुनाह सिर्फ इतना ही है न कि फासिस्ट और दंगाइयों के आगे कभी नहीं झुका लालू-राबड़ी परिवार. तुम लोगों के इस अन्याय का जवाब वक्त आने पर मिलेगा. अब यह सब बर्दाश्त से बाहर है.”

गौरतलब है कि ईडी नौकरी के बदले जमीन घोटाले के सिलसिले में दिल्ली, एनसीआर, पटना और मुंबई में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी और तलाशी ले रही है. लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और बड़ी बेटी को समन मिलने के बाद 15 मार्च को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होना है. इस सप्ताह के शुरुआत में सीबीआई ने इसी मामले में लालू और राबड़ी से क्रमश: दिल्ली और पटना में कई घंटों तक पूछताछ की थी.

ईडी ने इस मामले में सीबीआई की शिकायत पर प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. बीते महीने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती को समन जारी किया था.

क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम?

ये घोटाला 14 साल पुराना है. तब केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू यादव रेल मंत्री थे. मामले में पिछले साल 18 मई को सीबीआई ने केस दर्ज किया था. सीबीआई के मुताबिक, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्सटीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब जमीन का सौदा हो गया तो इन्हें रेगुलर कर दिया गया.

सीबीआई ने जांच में पाया कि रेलवे में सब्सटीट्यूट की भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस भी जारी नहीं किया गया था. जिन परिवारों ने लालू परिवार को अपनी जमीन दी, उनके सदस्यों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में नियुक्त कर दिया गया.

सीबीआई का कहना है कि लालू परिवार ने सात उम्मीदवारों के परिवारों से जमीन ली और फिर उन्हें रेलवे में नौकरी दी गई. इन उम्मीदवारों के परिवारों से 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन ली थी. सीबीआई के मुताबिक, ये जमीनें बेहद कम दाम में बेची गई थीं. कुल मिलाकर लालू यादव एंड फैमिली ने कथित तौर पर 7 उम्मीदवारों को जमीन के बदले नौकरी दी थी. इनमें से पांच जमीनों की बिक्री हुई थी, जबकि दो गिफ्ट के तौर पर दी गई थीं.

Kunal Gupta
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