OPPO के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन को आसनसोल से किया गया बरामद:GRP ने बनाई थी SIT
OPPO के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन को आसनसोल से किया गया बरामद।
पटना।लापता OPPO के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन की बरामदगी हो गई है। उन्हें पं. बंगाल के आसनसल से बरामद किया गया है। रेल पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। सही सलामत इन्हें बरामद करने के लिए मंगलवार को प्रभारी रेल SP प्रमोद कुमार मंडल ने एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन कर दिया था।
इस टीम में रेल डीएसपी मुख्यालय सुशांत कुमार चंचल और दानापुर डीएसपी प्रशांत कुमार लीड कर रहे थे। सबसे पहले SIT ने पटना जंक्शन पर लगे CCTV कैमरों के फुटेज को खंगाला। जिसमें बड़ी लीड रेल पुलिस की टीम को मिली थी।
प्लेटफॉर्म नंबर 6 की जगह 9 पर क्या कर रहे थे सौरभ?
जब आज रेल पुलिस की टीम ने फुटेज खंगाला तो 4 मार्च की रात का सौरभ सुमन पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 9 पर दिखे थे। उसी रात 9:30 बजे के करीब उन्होंने वीडियो कॉल पर अपनी पत्नी से बात की थी। उन्हें भागलपुर जाना था। इसके लिए पटना से मालदा टाउन जाने वाली 13416 डाउन प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर उस रात खड़ी थी। सप्ताह में तीन दिन चलने वाली इस ट्रेन का डिपार्चर टाइम पटना जंक्शन से रात के 10 बजे है।
इस ट्रेन से भागलपुर जाने के लिए सौरभ सुमन को प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर होना चाहिए था। जबकि, फुटेज में वो प्लेटफॉर्म नंबर 9 पर दिखे। इस प्लेटफॉर्म से गया के लिए ट्रेन रवाना होती है। अब सवाल उठ रहा है कि वो उस प्लेटफॉर्म पर क्या कर रहे थे?
जांच में बल प्रयोग के नहीं मिले सबूत
SIT की एक टीम आज एग्जीविशन रोड के उस होटल में भी गई, जहां भागलपुर से आने के बाद 3 मार्च की रात सौरभ सुमन ठहरे थे। रेल पुलिस की टीम ने होटल में लगे CCTV फुटेज को भी खंगाला। प्रभारी रेल SP के अनुसार वहां से सौरभ अकेले ही पटना जंक्शन स्टेशन के लिए निकले। स्टेशन आने के बाद भी वो अकेले ही दिखे। जांच कर रही टीम ने इनके मोबाइल नंबर के टावर लोकेशन को भी खंगाला।
तब इनका लास्ट लोकेशन गया जिला का गुरारू इलाका मिला था। बिहार पुलिस मुख्यालय ने दावा किया था कि अब तक की जांच में सौरभ सुमन के साथ किसी भी तरह के बल प्रयोग का सबूत नहीं मिला है।
पटना से बाहर गई दो टीमें
प्रभारी रेल SP के आदेश पर जांच के लिए बनाई गई SIT की दो टीमों को अलग-अलग लोकेशन पर भेजा गया था। OPPO के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन मूल रूप से बांका जिले के अमरपुर थाना के तहत महादेवपुर के रहने वाले हैं। मां, पत्नी और बच्चों के साथ भागलपुर के तातरपुर में रहते हैं। इनकी पोस्टिंग भागलपुर में ही है। 3 मार्च को वो पटना आए थे।
मार्च को मोबाइल कंपनी की एक मीटिंग में उन्हें शामिल होना था। मीटिंग के बाद ही वो अपने घर वापस जाने के लिए पटना जंक्शन आए थे। मगर, वो अपने घर अब तक नहीं पहुंचे। 5 मार्च को सौरभ के मोबाइल से ही उनकी मां के मोबाइल पर व्हाट्सएप पर मैसेज कर दो दिन में 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। नहीं देने पर सौरभ को हमेशा के लिए खो देने की धमकी दी गई थी। 6 मार्च को पटना जंक्शन रेल थाना में इस मामले में IG के आदेश पर FIR दर्ज हुई।