अफगानिस्तान की लड़की ने सूरत की युनिवर्सिटी में जीता गोल्ड मेडल,हासिल की एमए स्नातक की डिग्री
वीर नर्मद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में स्नातकोत्तर (लोक प्रशासन) में स्वर्ण पदक पाने वाली अफगान छात्रा रजिया मुरादी ने कहा है कि तालिबान को यह समझने की जरूरत है कि शिक्षा और विकास आपस में जुड़े हुए हैं. गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सोमवार को यहां दीक्षांत समारोह में मुरादी को स्वर्ण पदक प्रदान किया.
सूरत: गुजरात के सूरत में अफगानिस्तान की रहने वाली रजिया मुरादी को वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय में 54वें ग्रेजुएशन समारोह में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेटर की डिग्री और गोल्ड मेडल से नवाजा गया. वह पिछले तीन साल से यूनिवर्सिटी में पढ़ रही हैं और इस दौरान वह तीनों सालों में घर भी नहीं गई हैं. उनकी इस उपलब्धि पर ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की.
पढ़ें उनके साथ बातचीत के कुछ हिस्से…1. आपने किस विषय में डिग्री प्राप्त की और स्वर्ण पदक प्राप्त किया?
जवाब- मैंने वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन का अध्ययन किया और एमए की डिग्री प्राप्त की है. यह डिग्री भविष्य में मेरे बहुत काम आएगी. जबकि मुझे अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय एजेंसी बनाने वाली पब्लिक पॉलिसी में काम करना है.
2. अफगानिस्तान में महिलाओं की क्या स्थिति है?जवाब- अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति अच्छी नहीं है, क्योंकि तालीबानियों के कारण वहां महिलाओं की पढ़ाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
3. आप अपने देश के लिए क्या करना चाहती हैं?जवाब- मैं यहां से जाऊंगी और अपने देश के सभी लोगों के लिए समाज में जाऊंगी और लोगों को यह समझाने की कोशिश करूंगी कि वे देश के अध्ययन और विकास के लिए कैसे आगे बढ़ सकते हैं.
4. आपने वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय को क्यों चुना है?जवाब- गुजरात में वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी पढ़ने के लिए बहुत अच्छी यूनिवर्सिटी है. क्योंकि यहां बहुत ही अच्छे अलग-अलग कोर्स सेक्शन हैं, जहां बहुत अच्छी पढ़ाई दी जाती है और वह पढ़ाई अच्छे प्रोफेसरों द्वारा दी जाती है. अफगानिस्तान में ऐसा नहीं है, इसलिए मैंने अपनी पढ़ाई के लिए इस यूनिवर्सिटी को चुना है.
5. तालिबान ने वहां महिलाओं के पढ़ने पर प्रतिबंध क्यों लगाया है?जवाब- तालिबान की मानसिकता यह है कि महिलाएं विशेष रूप से अशिक्षित हैं, इसलिए महिलाओं को शिक्षित नहीं किया जाना चाहिए, इसलिए स्कूलों और विश्वविद्यालयों में महिलाओं की पढ़ाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
6. अफगानिस्तान के लोगों के लिए सबसे बड़ी चुनौती क्या है?जवाब- अफगानिस्तान के लोगों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वहां के लोगों को स्वतंत्र प्रभार नहीं दिया जाता है और किसी को अपने लिए बोलने की अनुमति नहीं है. इसलिए दूसरे देशों से भी लोग अफगानिस्तान नहीं आते हैं. सब लोग चुपचाप अपना काम करते रहते हैं. वे लोग एक-दूसरे से अपनी कहानियां भी साझा नहीं कर सकते. ऐसे में अपने लोगों की परेशानी को कोई नहीं समझ सकता, तो उन अल्पसंख्यक समुदायों की महिलाओं के लिए नियम हैं.
7. आपके परिवार में किसने पढ़ाई की है?जवाब- मेरे परिवार में मेरे भाई और बहन दोनों शिक्षित हैं. उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की है और विश्वविद्यालय से स्नातक किया है. मेरी बहन ने उसी विश्वविद्यालय से स्नातक किया है