दुल्हन के घर ही बारात लाने को अड़े थे लड़के वाले, तंगी से लाचार पिता ने लगाई गुहार, फिर DM बनीं देवदूत
कहते हैं कि किसी काम को करने की ठान लो तो हर मुश्किल का रास्ता आसानी से निकल जाता है. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक बेटी की शादी आर्थिक तंगहाली की वजह से नहीं हो पा रही थी. शादी की तारीख तय हो चुकी थी. निमंत्रण कार्ड छप चुके थे. सारे रिश्तेदार आमंत्रित किए जा चुके थे. मगर एक बेबस पिता ऐन मौके पर अपनी बेटी के हाथ पीले करने में अक्षम होने लगा. पैसों का इंतजाम बेटी की शादी पर भारी पड़ता देख पिता ने सूबे की योगी सरकार को आखिरी सहारे के रूप में देखा. मदद की गुहार लगाने की ठानी और वह जिलाधिकारी प्रियंका निरजंन के पास शादी के लिए मदद मांगने पहुंचा और डीएम ने भी उसे निराश नहीं किया. नियत तिथि और समय पर शादी समारोह आयोजित हुआ और बेटी की शादी भी हुई. अब डीएम की इस पहल की चारों तरफ तारीफ हो रही है.
जिले के कुदरहा क्षेत्र के ग्राम पंचायत रसूलपुर में धन के अभाव में लड़की की शादी न होते देख एक पिता ने जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगाई थी. जिलाधिकारी ने भी तय तिथि पर लड़की की शादी कराने का आश्वासन दिया, जिसमें लड़की के घर पर ही सामूहिक विवाह का आयोजन कर अन्य 6 जोड़ों की भी शादी कराई गई.
जिलाधिकारी के निर्देश पर सुबह से ही एसडीएम और प्रभारी खंड विकास अधिकारी आशुतोष तिवारी की अगुवाई में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजय पाल व्यवस्था में जुट गए और शादी के सभी औपचारिकता दोपहर में ही पूर्ण कर ली गईं. मौके की स्थिति देखने के लिए डीडीओ अजीत श्रीवास्तव और डीसी एनआरएलएम रामदुलारे ने पहुंच करव्यवस्था का जायजा लिया.
दरअसल, रसूलपुर गांव निवासी बलिकरन ने जिलाधिकारी को एक सप्ताह पहले पत्र के माध्यम से बताया, ”मेरी बड़ी लड़की सोना कुमारी की शादी बायपोखर गांव निवासी सतेंद्र पुत्र चिंताराम से 22 फरवरी को होना तय है, लेकिन माली हालत ठीक न होने से शादी नहीं हो पा रही है. यदि नियत तिथि पर शादी नहीं हुई तो आत्मदाह कर लूंगा.”
इस पत्र को पढ़कर जिलाधिकारी प्रियंका ने आश्वासन दिया कि आपकी लड़की की शादी नियत तिथि पर ही होगी. पिता को आश्वासन देकर घर भेजा. आनन-फानन में एडीओ समाज कल्याण राजन चौधरी को सामूहिक विवाह योजना के तहत विवाह कराने का डीएम ने निर्देश दिया. जिस पर लड़का पक्ष शादी करने को तैयार नहीं हुआ और वह घर पर ही शादी करने की बात पर अड़ गया. फिर ग्राम प्रधान के नेतृत्व में शादी का आयोजन घर पर ही हुआ. जिसमें सोना कुमारी के साथ कुदरहा के अन्य दो और बहादुरपुर ब्लॉक के 4 जोड़ों का भी विवाह संपन्न हुआ.