Success Story:अपराजिता इस नौकरी को ठुकरा नाना के सपने को किया पूरा,40 रैंक लाकर IAS बनी अपराजिता शर्मा
Success Story:नई दिल्ली डेस्क। IAS Success Story: आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बनने का सपना देश के कई युवा देखते है। परीक्षा पास करने से लेकर एक अधिकारी बनने तक का सफर काफी कठिन होता है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली यह परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा है।
सिविल सेवा की परीक्षा के लिए हर साल लाखों की संख्या में उम्मीदवार तैयारी करते हैं, लेकिन कुछ ही किस्मत वालों को सफलता हासिल होती है। इन्हीं में से एक है अपराजिता शर्मा, जिन्होंने अपनी नौकरी दांव पर लगा कर यूपीएससी की तैयारी की। कौन है अपराजिता शर्मा, जिन्होंने अपने नाना का इकलौता सपना पूरा किया।
अपराजिता शर्मा
9 से 5 की नौकरी करने वाली अपराजिता को क्या पता था कि एक दिन वो आईएएस ऑफिसर बन जाएंगी। कहते है ना जो होता है अच्छे के लिए ही होता है। ऐसा ही कुछ अपराजिता के साथ हुआ। भोले की नगरी बनारस में पली-बढ़ीं अपराजिता ने साइंस से अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने हर छात्र की तरह इंजीनियरिंग की पढ़ाई रांची स्थित बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से किया। अपराजिता के पिता एक रिटायर्ड आईआरएस अधिकारी और मां प्रोफेसर हैं।
नाना का सपना किया पूरा
जब कोई किसी काम के लिए प्रेरित करता है तो उस काम को करने में दोगुना मजा आता है। ऐसा ही अपराजिता के साथ हुआ। पहली बार अपराजिता के नाना ने उन्हें आईएएस बनने के लिए प्रेरित किया। हालांकि, तब उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन जब अपराजिता बड़ी हुई तो उन्हें आईएएस के बारे में पता चला। नाना के सपने को पूरा करने के लिए अपराजिता ने फैसला कर लिया था कि वह अब आईएएस अधिकारी ही बनेंगी।
कंपनी को छोड़कर पढ़ाई पर किया फोकस
अपराजिता की पढ़ाई पूरी होने के बाद नौकरी लगी। बड़ी कंपनी में काम करने के बावजूद अपराजिता को कुछ अधूरा-अधूरा सा लग रहा था। उनकी आंखों में आईएएस बनने की एक लालसा थी और इसी को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी। अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए उन्होंने दिन-रात पढ़ाई की और मेहनत रंग लाई। वर्ष 2017 की परीक्षा में 40 रैंक लाकर अपराजिता ने अपने नाना का सपना पूरा कर दिया।
अपराजिता शर्मा की सलाह
आईएएस ऑफिसर अपराजिता शर्मा ने सलाह देते हुए बताया कि यूपीएससी के इंटरव्यू में कभी भी झूठ नहीं बोलें। ऐसा इसलिए क्योंकि पैनल में बैठे लोग काफी समझदार और विशेषज्ञ होते हैं। आपका एक झूठ उनको तुरंत समझ आ जाएगा। अगर किसी सवाल का जवाब नहीं पता है, तो बिल्कुल सच बताए कि नहीं पता है। वह आपका ज्ञान नहीं बल्कि आपकी ईमानदारी के साथ अन्य चीजें भी देखते हैं।
सिविल सेवा की तैयारी कैसे करें?
अपराजिता ने बताया कि सिविल सेवा की तैयारी के दौरान अधिक स्त्रोत पर निर्भर होने की जरूरत नहीं है। बल्कि सीमित स्त्रोत से ही पढ़ें। इसके अलावा पढ़ी गई सामाग्री का बार-बार अध्ययन करें, ताकि विषय पर पकड़ मजबूत हो सके। सिविल सेवा के सिलेबस को अच्छे से समझना काफी जरूरी होता है। परीक्षा में क्या पढ़ना है और क्या नहीं पढ़ना है, यह बहुत जरूरी है। सही रणनीति के साथ कठिन परीक्षा की तैयारी करना जरूरी होता है।