शादी के सीजन में ट्रेनों में बढ़ी यात्रियों की भीड़, टिकट नहीं हो रही कंफर्म; तत्काल में भी मारामारी
त्योहार समाप्त होने के साथ मांगलिक कार्यक्रमों का सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में दूसरी जगह रहने वाले रिश्तेदारों का घरों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू है। ट्रेनों में लोगों की इन दिनों खूब भीड़ हो रही है। इस कारण ट्रेनों में थर्ड ऐसी हो या स्लीपर कहीं भी सीट खाली नहीं है।
ऐसे में लोगों को समय पर ट्रेनों में टिकट नहीं मिल रहा है और वे यात्रा को लेकर परेशान भी दिख रहे हैं। प्रयास के बाद भी कन्फर्म टिकट नहीं पा रहे हैं। तत्काल टिकट को लेकर भी मारामारी है। शादी में शरीक होने के बाद वापस मेडिकल की पढ़ाई के लिए जालंधर जाने के लिए मुरली बसंतपुर की प्रीति को आरक्षित सीट का इंतजार है। नवहट्टा के मोहम्मद नौशाद को पिताजी को इलाज के लिए दिल्ली ले जाना है, लेकिन बर्थ खाली नहीं होने के कारण नहीं जा पा रहे हैं।
ट्रेनों के रद्द होने से बढ़ी समस्या, वेटिंग टिकट की भी भरमार
स्टेशन स्टेशन तक वेटिंग टिकट के कंफर्म होने की उम्मीद लेकर पहुंचे मोहनपुर के उदय शंकर को मजबूरन घर लौटना पड़ा। सहरसा से दिल्ली को जाने वाली पुरवइया एक्सप्रेस आगामी 26 फरवरी तक रद्द है। इसमें स्लीपर एवं ऐसी क्लास में दो मार्च के बाद ही सीट उपलब्ध है। गरीब रथ सहरसा से अमृतसर तक जाती है। उसमें छह अप्रैल तक थर्ड एसी में वेटिंग है तथा एसी चेयर कार में 27 फरवरी तक वेटिंग है। वैशाली एक्सप्रेस जो सहरसा से नई दिल्ली को जाती है, उसमें फर्स्ट एसी में 21 फरवरी तक सेकंड एसी में 26 फरवरी तक एवं थर्ड एसी में 27 फरवरी तक वेटिंग है। वहीं, स्लीपर क्लास की स्थिति भी चिंताजनक है, उसमें 21 मार्च तक वेटिंग है।