ट्रेन में खाना चाहिए,तो नोट करें यह WhatsApp नंबर, IRCTC ने शुरू की नई सेवा
IRCTC;भागलपुर. भारतीय रेल ने यात्रियों की सहूलियत के लिए कई तरह की ऑनलाइन सेवा की शुरुआत की है. इसी कड़ी में इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन लिमिटेड यानी आईआरसीटीसी ने नई पहल जारी की है जिसमें यात्रियों को अब व्हाट्सएप पर मैसेज करने पर तय समय पर ट्रेन में उनके बर्थ तक मनचाहा भोजन पहुंच जाएगा. मालदा डिवीजन के पीआरओ रूपा मंडल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय रेल ने यह नई सेवा शुरू की है जिसके तहत व्हाट्सएप पर मैसेज करते ही यात्रियों को ट्रेन में खाना मिलेगा. यह सुविधा अभी कुछ चुनिंदा स्टेशन पर शुरू की गई है.
भारतीय रेल के पीएसयू आईआरसीटीसी के द्वारा यात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इसमें यात्रियों को ई-कैटरिंग के लिए व्हाट्सएप नंबर 87500-01323 जारी किया गया है. इस नंबर पर यात्री अपना खाना ऑर्डर करने के लिए ई-कैटरिंग से संपर्क कर सकेंगे. साथ ही खाने से संबंधित सवाल का फीडबैक भी दे सकेंगे. पहले चरण में कुछ चुनिंदा ट्रेनों में ही इसकी सुविधा मिलेगी. यह सुविधा कई चरणों में लागू की जाएगी.
यात्रियों के फीडबैक के आधार पर इस सुविधा को अन्य ट्रेनों में भी लागू किया जाएगा. अभी ट्रायल वर्ग के तौर पर कुछ चुनिंदा रूट एवं कुछ चुनिंदा ट्रेनों में यह सुविधा शुरू की गई है. फूड ऑन ट्रैक के नाम से व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है. इस नंबर के माध्यम से अभी सिर्फ कुछ चुनिंदा स्टेशन पर यात्री मनपसंद खाने का आर्डर दे सकते हैं, और ट्रेन में उन्हें इसकी डिलिवरी होगी.
इसकी शुरुआत करते हुए आईआरसीटीसी ने पहले दिन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से 50,000 लोगों को खाना परोसा. अगर खाने में कोई शिकायत या अन्य फीडबैक देना हो तो जारी किए गए नंबर के माध्यम से यात्री इस नंबर पर शिकायत एवं सुझाव दे सकते हैं. यदि खाने की क्वालिटी अच्छी नहीं है, सर्विस ठीक नहीं है तो अपनी बात इस व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से रख सकते हैं.
मनचाहा खाना ट्रेन में यात्री की सीट पर उपलब्ध होगा
पीआरओ रूपा मंडल ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए यह नंबर जारी किया गया है जिससे अब मनचाहा खाना उन्हें ट्रेन में कोच में उनकी सीट पर उपलब्ध हो जाएगा. इसके लिए व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है. चुनिंदा रूट पर ट्रेनों से इसकी शुरुआत की गई है. फीडबैक को देखते हुए आगे इसका विस्तार होगा, ताकि सभी यात्रियों को इसका लाभ मिल सके